एक स्कूल जहां खेल व सेहत पर है ज्यादा फोकस


वाराणसी(काशीवार्ता)। राजातालाब में अभी हाल ही में एक स्कूल शुरू हुआ है, जिसमें दूसरे स्कूलों से इतर व्यवस्था देखने को मिली। दरअसल, यहां छात्रो के सेहत के साथ ही उनके लिए खेलने की भी व्यापक व्यवस्था की गई है। जी हां, ये स्कूल है आरएस वर्ल्ड स्कूल। जहां शुक्रवार को टेबल टेनिस प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ। इसमें सीबीएसई से समबद्ध पूर्वांचल के 26 जिलों के लगभग 300 खिलाडियो ने भाग लिया। इस बाबत पूछे जाने पर विद्यालय के न्यास मंडल के उपाध्यक्ष आयुष जायसवाल ने कहा, अनेक सुविधाओं व विशेषता के चलते ही कुछ माह पूर्व खुले इस विद्यालय को सीबीएसई ने इस प्रतियोगिता को करने की अनुमति दे दी। इतना ही नहीं हाल ही में हमारे एक छात्र ने ताइक्वांडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता। उन्होंने बताया कि यहां पर अनेक प्रकार के खेलकूद तथा शूटिंग, तीरंदाजी, घुडसवारी, टेबल टेनिस जैसे अनेक खेलों की सुविधायें उपलब्ध हैं। यहां के प्राचार्य पूर्व नौसेना अधिकारी डीपीएस सिसोदिया द्वारा बच्चों को शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाता है तथा शीघ्र ही एनसीसी की व्यवस्था भी शुरू होगी।आयुष ने कहा कि हम कक्षा-10 तक के समस्त छात्रों को अपने फार्म हाउस में उत्पन्न जैविक खाद्यान्न अल्प शुल्क पर उपलब्ध कराते हैं, ऐसा किसी अन्य विद्यालय में नहीं होता। हमारे स्कूल के बच्चों को टिफिन लाने की जरूरत नहीं होती। यहां पर शारीरिक व्यायाम के रूप में साइकिलिंग का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा टेनिस जैसा खेल जो विलुप्त होता जा रहा है, हम भेलूपुर स्थित सिटी कार्यालय में नागरिकों के लिए अल्प शुल्क पर इसे खेलने की सुविधा देने जा रहे हैं।

इन सभी योजनाओं के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को भी संबोधित किया उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं का लोकार्पण आज हुआ है, उनमें कई खास बातें है। उन्होंने कहा कि ये दोनों ही प्रोजेक्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट हैं, जो एक दूसरे से अलग है। उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन और एम्स के संबंध में कहा कि ये दोनों ही प्रोजेक्ट अलग अलग है। उन्होंने कहा कि हमारी एक मात्र ऐसी सरकार है जिसने इंफ्रास्ट्रक्चर को मानवीय रुप दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के नेतृत्व में बनी सभी परियोजनाओं में किसी ना किसी रूप में ह्यमून टच देखने को मिलता है। इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर जनता को सिर्फ लोहा और पत्थर देखने को मिलता था। 

री, सीएम एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।

समृद्धि मार्ग का हुआ उद्घाटन

प्रधानमंत्री ने समृद्धि महामार्ग परियोजना का उद्घाटन भी किया। इस योजना के पहले चरण में 520 किलोमीटर की दूरी शामिल है। नागपुर से शिरडी के बीच बनने वाला ये समृद्धि महामार्ग भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे है। इसे बनाने में लगभग 55 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है। इस एक्सप्रेस वे की खासियत है कि ये नागपुस से शिरडी के सफर को पूरा करने में अब पहले की अपेक्षा सिर्फ आधा समय लेगा। यानी पहले 10 घंटे की जगह अब नागपुर से शिरडी मात्र पांच घंटे में पहुंचा जा सकेगा। ये हाईवे लगभग 701 किलोमीटर लंबा है, जिसका लगभग 85 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। राज्य सरकार इस एक्सप्रेस वे को तीन चरणों में खोलेगी, जिसका पहला चरण नागपुर से शिरडी और दूसरा चरण नागपुर से इगतपुरी तक का है। 

इस एक्सप्रेस वे की खासियत है कि इससे महाराष्ट्र के 10 जिले जुड़ सकेंगे। अमरावती, औरंगाबाद और नासिक के शहरों से गुजरेगा। एक्सप्रेसवे की मदद से 14 जिलों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे विदर्भ, मराठवाड़ा।

विदर्भ क्षेत्र के लिए नागपुर में AIIMS का उद्घाटन

पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के लिए भी बड़ी सौगात दी है। उन्होंने नागपुर में आधुनिक क्षमताओं वाले एम्स का उद्घाटन किया। पीएम ने इस एम्स की आधारशिला जुलाई 2017 में रखी था। यह एम्स पूरे विदर्भ क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने में अहम साबित होगा। खासकर गढ़चिरौली, गोंदिया और मेलघाट जैसे क्षेत्र में रहने वालों के लिए इस एम्स की जरूरत लंबे समय से थी।