डाक बंगले बढ़ाएंगे ईको टूरिज्म की खूबसूरती


चंदौली (काशीवार्ता)। कभी नक्सलियों के आतंक से त्रस्त रहा कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी को पूरी तरह से ईको टूरिज्म डेस्टिनेशन के तौर पर डेवलप करने की तैयारी है। पर्यटन के जरिए रोजगार और समृद्धि की राह को प्रशस्त करने के लिए योगी सरकार अब पूर्वी उत्तर प्रदेश की खूबसूरत वादियों को विकसित करने में जुट गयी है। अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य जीवों से भरे चंदौली के कैमूर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के छान पत्थर दरी को योगी सरकार ईको पर्यटन के लिए विकसित करने जा रही है। ये वाटरफॉल मगरमच्छों का प्राकृतिक आवास भी है। इसके अलावा कैमूर रेंज में अन्य वन्य जीव भी यहां की खूबसूरती और जैव विविधता को बढ़ाते हैं।
शासन को भेजा 2 करोड़ का प्रस्ताव- कैमूर रेंज के कर्मनाशा नदी पर करकटगढ़ गांव में प्राकृतिक सौंदर्य के साथ साथ अध्यात्म और एडवेंचर के लिए विकसित किये जाने की तैयारी है। जिलाधिकारी चंदौली ने इको टूरिज्म के रूप में विकसित करने के लिए शासन को 2 करोड़ का प्रस्ताव भेजा है। उत्तर प्रदेश और बिहार की सीमा पर बसे इस क्षेत्र के डेवलप होने से स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिलेगा।
डाक बंगले को रिसॉर्ट के रूप में डेवलप करने की तैयारी- चंदौली प्रशासन की ओर से ऐसे ही एक अनछुए ऐतिहासिक छान पत्थर वाटरफॉल को ईको टूरिज्म के तौर पर विकसित करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। जिलाधिकारी के अनुसार कर्मनाशा नदी मगरमच्छों का प्राकृतिक आवास है। करीब 75 मगरमच्छ यहां स्पॉट किये गए हैं। इस जल जलप्रपात के किनारे कभी मुगल और अंग्रेज अधिकारी शिकार खेलने आया करते थे। ब्रिटिश काल में यहां एक शानदार बंगला भी बनाया गया था। इस पुराने डाक बंगले को फिर से व्यवस्थित करके खूबसूरत रूप देने की तैयारी है।