कलाकारों ने लकड़ी पर उकेरा विश्वनाथ कॉरिडोर


वाराणसी(काशीवार्ता)। महादेव की नगरी कही जाने वाली काशी इस वक्त देश-विदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की शुरूआत होते ही वाराणसी को एक नई पहचान मिलने लगी। वहीं ज्ञानवापी के मुद्दे के बाद देशभर की मीडिया और आम लोगों की नजरें काशी पर टिकी हुई हैं। ऐसे में काशी में बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए बढ़े आवागमन ने वहां के काष्ठ कलाकारों के लिए व्यापार के बड़े रास्ते खोल दिए। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर लोगों में बढ़ रहे उत्साह को देखते हुए काष्ठ कलाकारों ने विश्वनाथ कॉरिडोर का एक ऐसा मॉडल तैयार किया जो असल कॉरिडोर से हुबहू मिलता है। इतनी खूबसूरती के साथ लकड़ियों के जरिए उकेरी गई कलाकारी वाकई लाजवाब है। इस बारे में काष्ठ कला से जुड़ी हुईं युवा व्यापारी शुभी अग्रवाल ने बताया कि जब से ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग मिलने की बात सामने आई है, तब से इस मॉडल की डिमांड ज्यादा देखने को मिल रही है। बीते 10 दिनों की बात करें तो लगभग 40 से 60 फीसदी मॉडल के मांगों में उछाल देखने को मिल रहा है। इस उछाल का फायदा व्यापारी व कारीगरों को हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस मॉडल की कीमत 14 सौ से शुरू हो रही है और इसकी नक्काशी के अनुसार कीमत बढ़ती है। उन्होंने बताया कि अभी जो तस्वीर दिख रही है, उससे यही लग रहा है कि आगामी दिनों में इसकी और ज्यादा बिक्री होगी।
हालाकि, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद वाराणसी को रोजगार के मामले में नया स्थान मिल चुका है। वहीं, अब लकड़ी के छोटे खिलौनों के बीच बाबा के बुलडोजर और विश्वनाथ कॉरिडोर का क्रेज भी लोगों में तेजी के साथ बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। विश्वनाथ कॉरिडोर का लकड़ी मॉडल अब आने वाले समय में काशी में रोजगार के कितने रास्ते खोलेगा, इसकी तस्वीर भी विश्वनाथ कॉरिडोर को लेकर लोगों में दिख रही रुचि से साफ हो जाता है।