काली कमाई का अड्डा बन गया है कचहरी क्षेत्र का अवैध स्टैंड


वाराणसी (काशीवार्ता)। शहर में नगर निगम के परमिशन के बिना कई जगह पर अवैध रुप से स्टैंड का संचालन किया जा रहा है। जिसके माध्यम से लाखों- करोड़ों की अवैध धन उगाही की जाती है जिसका एक मोटा हिस्सा अवैध रुप से स्टैंड संचालित कराने वाले आकाओं को भी मिलता है। ऐसा ही धंधा कचहरी क्षेत्र में फल फूल रहा है । कचहरी के चारों गेट के आसपास अवैध स्टैंड का संचालन किया जा रहा हैं।
कचहरी के पूर्वी छोर के दोनों गेट से लगे फुटपाथ पर बाकायदा नगर निगम की पर्ची काटकर दो पहिया वाहन लगाने वालों से 10 रुपये प्रति गाड़ी की अवैध वसूली की जाती है। सूत्र बताते हैं कि अधिकारियों के नाक के नीचे यह खेल चल रहा है। पूर्वी गेट से आगे की तरफ दक्षिणी गेट की तरफ चलते हैं। दक्षिणी गेट से सटे कचहरी पुलिस चौकी का एरिया पड़ता है, लेकिन अवैध रूप से स्टैंड संचालित करने वाले गिरोह के सदस्यों को पुलिस का जरा भी खौफ नहीं। यहां भी फुटपाथ पर गाड़िया बड़े आराम से 10 रुपये की नगर निगम के फर्जी पर्ची पर खड़ी की जाती है। इस क्षेत्र से थोड़ा आगे बढ़ने पर विकास भवन से सटे कचहरी के अंदर एंट्री के लिए 2 गेट बना हुआ है। इन दोनों गेट के फुटपाथ पर अवैध रूप से स्टैंड संचालन करने वाले गिरोह के सदस्यों के द्वारा 10 रुपये की नगर निगम की फर्जी पर्ची पर गाड़ियों को पार्क किया जाता है। इतना ही नहीं नगर निगम द्वारा बने कूड़ा घर के आस पास का क्षेत्र भी इन स्टैंड माफियाओं के द्वारा कब्जा कर धड़ल्ले से 10 रुपये की फर्जी पर्ची काटकर वसूली किया जाता है।
10 से 4 बजे तक स्टैंड माफियाओं का होता है दबदबा
कचहरी के कार्यालयी समय 10 से लेकर 4 बजे शाम तक इन स्टैंड माफियाओं की अपनी सरकार और अपना कानून चलता है। इतना ही नहीं अधिवक्ताओं की गाड़ी इन अवैध स्टैंड में मुफ्त में खड़ी की जाती है। फुटपाथ की जगह पर अवैध रुप से गाड़ियां खड़ी करने का सिलसिला कई सालों से जारी है।
वसूली का धन कई लोगों में होता है वितरित
सूत्रों की माने तो इन अवैध रुप से संचालित किए जा रहे स्टैंड से लगभग 10 लाख रुपये की वसूली होती है जो कि नीचे से लेकर ऊपर तक के बड़े लोगों तक इसका हिस्सा बराबर बराबर बंटता है. जिसके कारण इन अवैध स्टैंड पर कोई भी कार्रवाई नहीं करता है।