छावनी बोर्डों का चुनाव नहीं कराया जाना सरकार की तानाशाही: शैलेंद्र


वाराणसी(काशीवार्ता)। छावनी बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष व निवर्तमान सदस्य शैलेन्द्र सिंह ने छावनी बोर्डों के चुनाव को अकारण लंबे समय तक स्थगित किए जाने पर प्रश्नचिन्ह उठाते हुये पुन: रक्षामंत्री को पत्र लिखा है। चुनाव नहीं कराये जाने पर उन्होंने कहाकि छावनी क्षेत्र के नागरिक न केवल अधिकारों से वंचित हैं, बल्कि जनता की समस्याओं के लोकतांत्रिक एवं वैधानिक माध्यमों से समाधान की समूची संविधान प्रदत्त प्रक्रिया ही बाधित हो रही है। इससे नागरिकों में असन्तोष है। श्री शैलेन्द्र सिंह ने पत्र में लिखा है कि कोविड काल में अन्य सभी संवैधानिक निकायों के चुनाव होते रहे हैं, लेकिन केवल छावनी बोर्डों के चुनाव ही स्थगित रखे गये। गलत बहानों के सहारे सरकार संविधान के 74 वें संशोधन से स्थापित संवैधानिक व्यवस्था को रौंदने व तानाशाहीपूर्ण रवैये का परिचय दे रही है। अत: सरकार गंभीरता से इसे इस अलोकतांत्रिक गतिरोध को तोड़ने एवं चुनाव कराने की पहल करें और इस मुद्दे पर जनान्दोलन की मजबूरी नागरिकों पर न थोपे।