रामनवमी पर क्या करें और क्या न करें

रामनवमी पर क्या करें और क्या न करें यह जानकर आप भगवान श्री राम का पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन भगवान... Read more »

खाटू श्याम मंदिर में कृष्ण के रुप में की जाती है बर्बरीक की पूजा

हमारे देश में बहुत से ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो अपने चमत्कारों व वरदानों के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हीं मंदिरों में से एक है राजस्थान में शेखावाटी क्षेत्र के सीकर जिले का... Read more »

वैष्णव सम्प्रदाय का प्रमुख स्थल है जगन्नाथ मंदिर

धरती का बैकुंठ कहे जाने वाले जगन्नाथ पुरी का हिन्दू धर्म में खास महत्व है। जगन्नाथ पुरी में भगवान श्रीकृष्ण, सुभद्रा और बलराम की पूजा होती है और यहां विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा... Read more »

स्वामी रामदास का संकल्प देख हनुमान जी प्रकट हो कराये प्रभु राम का दर्शन

हिन्दू पद पादशाही के संस्थापक छत्रपति शिवाजी के गुरु, समर्थ स्वामी रामदास का नाम भारत के साधु-सन्तों व विद्वत समाज में सुविख्यात है। महाराष्ट्र तथा सम्पूर्ण दक्षिण भारत में तो प्रत्यक्ष हनुमान... Read more »

बिहार के गया जी में है भगवान विष्णु का अनोखा मंदिर

पितृ या पितर, साल के वे 15 दिन जब लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के पूजन इत्यादि कर्म करते हैं। यहां हम आपको एक ऐसे स्थान के बारे में बताने... Read more »

प्रभु की भक्ति तथा समर्पण का प्रतीक है शबरी जयंती

हिन्दू धर्म में शबरी जयंती का खास महत्व है, इसी दिन श्रीराम की कृपा से शबरी को मोक्ष मिला था, तो आइए हम आपको शबरी जयंती के बारे में कुछ विशेष बाते... Read more »

मंदिरों की मणिमाला का मोती है अम्बिका मंदिर

सरस्वती, नृत्य भाव में गणपति, महिषासुर मर्दिनी, नवदुर्गा, वीणाधारिणी, यम, कुबेर, वायु, इन्द्र, वरूण, प्रणय भाव में युगल, अंगड़ाई लेते हुए व दर्पण निहारती नायिका, शिशु क्रीडा, वादन, नृत्य आकृतियां एवं पूजन... Read more »

प्रभु श्रीराम की माता कौशल्या का भारत में यही है एकमात्र मंदिर

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 27 किमी दूरी पर चंद्रखुरी में कौशल्या माता का मंदिर है। छत्तीसगढ़ की पावन भूमि में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जननी माता कौशल्या का मंदिर पूरे... Read more »

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव

हर वर्ष हिमाचल प्रदेश के मंडी शहर में शिवरात्रि का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यहां 7 दिनों तक चलने वाला शिवरात्रि महोत्सव प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय मेले के रूप में मनाया... Read more »

शक्ति साधना का सबसे बड़ा केंद्र है कामाख्या मंदिर

कामाख्या शक्तिपीठ को सर्वोत्तम कहा जाता है। माता सती के प्रति भगवान शिव का मोह भंग करने के लिए भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से माता सती के मृत शरीर के... Read more »