बदलती जीवनशैली से महिलाओं में बढ़ रहा ब्रेस्ट कैंसर


(आलोक श्रीवास्तव)
वाराणसी (काशीवार्ता)। बदलती जीवनशैली महिलाओं को बीमार ही नहीं कर रही बल्कि वे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का भी शिकार हो रही हैं। इन दिनो महिलाओं में स्तन कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। कुछ दशक पहले तक इसके रोगी ज्यादातर 50 वर्ष की उम्र के बाद ही देखे जाते थे। दरअसल, आराम तलब जीवन शैली व खानपान की वजह से अब कम उम्र की महिलाओं में भी इस तरह के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विश्व हेल्थ आर्गनाइजेशन के अनुसार 2020 में 2.3 मिलियन महिलाओं में स्तन कैंसर का निदान किया गया और विश्व स्तर पर लगभग 7 लाख मौतें हुईं। ‘काशीवार्ता’ ने महिला रोग विशेषज्ञ डॉ.वंदना तिवारी से बात की तो उन्होंने बेबाकी से स्वीकार करते हुए कहा, महिलाओं में स्तन कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इनकी मानें तो स्तन कैंसर के बढ़ते मामले की मुख्य वजह रहन-सहन का तरीका, जंक फूड, समय पर खाना न खाना, पूरी नींद न लेना, देर रात तक काम करना, वजन बढ़ना व तनाव हैं। डॉ.वंदना की मानें तो 2030 तक सर्वाइकल कैंसर (बच्चेदानी का कैंसर) से ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मरीज होंगे। बचाव के तरीके- डॉ.वंदना का मानना है कि नियमित व्यायाम एवं शारीरिक रूप से एक्टिव रहकर स्तन कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। ज्यादा मोटापा और वजन दोनों ही सेहत के लिए नुकसानदायक होते हैं। खासतौर पर रजोनिवृत्ति के बाद वजन बढ़ता है तो ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है। सिगरेट और शराब का सेवन भी महिलाओं में बढ़ते स्तन कैंसर का एक कारण है। 35 वर्ष की अवस्था के पश्चात गर्भनिरोधक गोलियां खाने से बचना चाहिए। इससे स्ट्रोक और दिल के दौरे का खतरा होता है। स्तन कैंसर की रोकथाम में स्तनपान की अहम भूमिका होती है। जिन महिलाओं ने अपने बच्चे को स्तनपान करवाया है, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा पांच प्रतिशत कम होता है। ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के लिए संतुलित आहार, फल, जूस और हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। किसी महिला के परिवार में किसी को स्तन कैंसर या डिम्बग्रंथि कैंसर हो चुका है, तो उसे स्तन कैंसर का खतरा अधिक हो सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण
स्तन शरीर का एक अहम अंग है। शुरूआत में ब्रेस्ट कैंसर एसिम्पटोमेटिक यानि लक्षण विहीन हो सकता है। स्तन में कठोर ‘गांठ’ महसूस होना। निप्पल से गंदे खून जैसा तरल पदार्थ निकलना, स्तन के आकार में परिवर्तन होना, अंडरआर्म में गांठ या सूजन आना, निप्पल का लाल होना प्रमुख लक्षण हैं। हालांकि ये लक्षण ब्रेस्ट कैंसर के अलावा किसी और बीमारी से भी हो सकते हैं।