देश का प्रधान ‘सर्वशक्तिमान’, मोदी के रूप में दुनिया को मिला राह दिखाने वाला ग्लोबल लीडर, QUAD की इस तस्वीर में दिखा भारत का दम


एक गुरु बनने के लिए क्या आवश्यक है इसकी व्याख्या भारत को इस बात की अभिलाषा देने वाले स्वामी विवेकानंद ने स्वयं की थी। अपने निबंध ‘माई मास्टर’ (1901) में उन्होंने लिखा : ‘‘अगर आप सच्चे सुधारक बनना चाहते हैं तो तीन चीजें आवश्यक हैं। पहली है महसूस करना। क्या आप सचमुच अपने भाइयों की पीड़ा अनुभव करते हैं? क्या आप सहानुभूति से ओत-प्रोत हैं?… क्या आपने बिना किसी अशुद्धि उस सोने को सहेजने के तरीके खोज लिए हैं? अगर आपने ऐसा कर लिया है, एक और चीज आवश्यक है। आपका इरादा क्या है? क्या आपको विश्वास है कि आप लालच, प्रसिद्धि या शक्ति की पिपासा से प्रेरित नहीं हैं?…तब आप एक सच्चे सुधारक हैं, आप मानवता के लिए एक शिक्षक, एक गुरु, एक आशीष हैं।’’ विश्व गुरु की पदवी पर भारत का दावा प्राचीन विचार पर आधारित है : वसुधैव कुटुंबकम, समूचा विश्व एक परिवार है। नरेंद्र मोदी यानि भारत की कूटनीति का वो सिक्का जिसका संसार की चौपालों पर डंका बज रहा है। नरेंद्र मोदी के रूप में दुनिया को एक ग्लोबल लीडर मिला है जिसने वक्त पड़ने पर अन्य देशों के लिए सहयोग का हाथ भी बढ़ाया और युद्ध के माहौल में शांति का पाठ भी याद कराया। 

क्वाड सम्मेलन में भाग लेने गए पीएम नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस तस्वीर में पीएम मोदी आगे चल रहे हैं और सुपरपावर मुल्क के मुखिया जो बाइडेन, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, ऑस्ट्रेलिया के नए नवेले प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस उनके पीछे कदम से कदम मिलाकर चलते नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के सामने आते ही बीजेपी के नेता इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे है। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से इस फोटो को शेयर करते हुए लिखा है इंडिया लीड। 

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस तस्वीर को ट्वीट किया है। उन्होंने इसे ट्वीर करते हुए लिखा कि प्रधान सेवक- नो द वे, गोज द वे, शो द वे। मतलब प्रधानसेवक (पीएम मोदी) रास्ता जानते हैं, रास्ते पर चलते हैं और रास्ता दिखाते भी है। इसी तस्वीर को बीजेपी नेता अमित मालवीय ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि लीडिंग द वर्ल्ड, हजार शब्दों के बराबर की एक तस्वीर।