डेंगू के मरीजों से पटा शहर


xवाराणसी (काशीवार्ता)। जनपद में मौसमी बीमारियों के साथ ही डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है। हालत यह है कि अस्पताल में वार्ड भरे पड़े हैं। ब्लड बैंक, प्लेटलेट्स के लिए भीड़ उमड़ रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान चलाकर डेंगू का लार्वा मिलने पर कार्रवाई किये जाने की बात कही जा रही है। बावजूद कई ऐसे इलाके हैं जहां जल जमाव से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। प्रतिदिन डेंगू के नये मामले सामने आ रहे हैं। डेंगू से अब तक तीन लोगों की मौत होने की पुष्टि भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा चुका है। मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा में बना डेंगू वार्ड में बेड नहीं बचे हैं।
अस्पताल परिसर में चारो तरफ मरीजों व उनके परिजनों की भीड़ नजर आ रही है। अभी तक 75 से अधिक लोगों में डेंगू की प्रशासनिक पुष्टि हो चुकी है जबकि निजी चिकित्सालयों व घरों में रह कर इलाज करा रहे मरीजों का कोई भी आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूद नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंडलीय अस्पताल कबीरचौरा, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल रामनगर में अलग डेंगू वार्ड बनाया गया है। स्थिति यह है कि एक मरीज डिस्चार्ज हो रहा है तो दूसरा मरीज आ जाता है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से शहर के कुछ इलाकों को डेंजर जोन में रखा गया है सीएमओ और डिप्टी सीएमओ खुद निगरानी में लगे हुए
है। प्लेटलेट्स या मरीज को भर्ती कराने के लिए लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थिति सामान्य की ओर-सीएमओ
सीएमओ डॉ.वी.बी.सिंह ने बताया कि बाढ़ के चलते मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ी थी। स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम द्वारा एंटी लार्वा के छिड़काव के साथ ही फागिंग कराई जा रही है। जिसके चलते स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है।
डेंगू के कुल 78 मरीज
बनारस में सोमवार की रात 11 लोग डेंगू के संदिग्ध पाए गए हैं। हालांकि एलाइजा रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें डेंगू पीड़ित माना जाएगा। बनारस में अब तक डेंगू के 78 मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से 3 की मौत हो गई है। डेंगू से पहले एक एनएस-1 जांच होती है जिसमें 758 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव है।