गुरुग्राम में तेजस्वी यादव के मॉल CBI का छापा! राबड़ी देवी बोलीं- हम डरने वाले नहीं, जनता सब देख रही


दिल्ली, गुरुग्राम, पटना, कटिहार और मधुबनी में अलग-अलग जगहों पर नौकरी घोटाला मामले में 25 जगहों पर सीबीआई की छापेमारी चल रही है। गुरूग्राम स्थिति अर्नब क्यूब्स मॉल में सीबीआई ने छापेमारी की है। दावा है कि इस मॉल के मालिक बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के करीबी हैं। दावा तो यह भी है कि इस मॉल में तेजस्वी की हिस्सेदारी भी है। इसके साथ ही राजद के 4 नेताओं के आवास पर भी आज छापेमारी की गई है। जिन नेताओं के यहां यह छापेमारी की गई है उनमें राजद एमएलसी सुनील सिंह, पूर्व राजद विधायक सुबोध राय, राज्यसभा सांसद अशफाक करीम और फैयाज अहमद शामिल हैं। यह सभी नेता लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं। पूरा का पूरा मामला लैंड फॉर जॉब यानी नौकरी के बदले जमीन से जुड़ा बताया जा रहा। 

राबड़ी देवी का बयान

अब पूरे मामले पर बिहार की पूर्व सीएम और राजद नेता राबड़ी देवी का भी बयान सामने आ गया है। भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वे डरे हुए हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक नई सरकार बनाई गई है। बीजेपी को छोड़कर सभी पार्टियां हमारे साथ हैं। हमारे पास बहुमत है। सीबीआई (छापे) सिर्फ इसलिए कि हमें डराओ। हम डरेंगे नहीं। ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ही हमारा परिवार है और वह सब देख रही है। इससे पहले लालू की बेटी रोहीणी आचार्य ने कहा कि देश समझ रही है इनकी मानसिकता। सीबीआई, ईडी के बल पर लोकतंत्र कुचलने की है जिनकी मंशा। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मनुवादियों का यहीं विचार है। समाजवादियों की सरकार देना उखाड़ है। 

मनोज झा का बयान

दूसरी और राजद सांसद मनोज झा ने भी साफ तौर पर कहा है कि हम डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह कहना बेकार है कि यह ईडी या आईटी या सीबीआई द्वारा छापेमारी है, यह भाजपा की छापेमारी है। वे अब भाजपा के अधीन काम करते हैं, उनके कार्यालय भाजपा की लिपि से चलते हैं। आज (बिहार विधानसभा में) फ्लोर टेस्ट है और यहां क्या हो रहा है? इसका अंदाजा हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे डिप्टी सीएम ने कल बैठक में कहा था कि वे अब इस स्तर पर पहुंचेंगे। 24 घंटे भी नहीं लगे। वे और भी नीचे गिर गए। यह क्रोध क्या है? कि आपके हिसाब से सरकार नहीं चली? कि जनकल्याण के लिए गठबंधन को बदल दिया? पूरा मामला नौकरी के बदले जमीन मामले को लेकर है। पहले भी इस मामले को लेकर लगातार कार्रवाई होती रही है।