जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को बड़ा झटका, पूर्व डिप्टी CM समेत 64 नेताओं ने एकसाथ दिया इस्तीफा, आजाद के नेतृत्व वाली नई पार्टी करेंगे जॉइन


जम्मू कश्मीर में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व अभी गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे से जूझ ही रहा था कि अब लगता है जैसे कांग्रेस में इस्तीफे की बाढ़ सी आ गई है। आजाद के इस्तीफे के बाद से 64 नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। नेताओं में जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद भी शामिल हैं, जिन्होंने मंगलवार को यहां गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक संयुक्त त्याग पत्र सौंपा। चंद और पूर्व मंत्री अब्दुल मजीद वानी, मनोहर लाल शर्मा, घरू राम और पूर्व विधायक बलवान सिंह सहित कई अन्य लोगों ने एक संवाददाता सम्मेलन में अपनी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित अपने इस्तीफे की घोषणा की।

बलवान सिंह ने कहा, “हमने आजाद के समर्थन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक संयुक्त इस्तीफा सौंपा है।” वहीं पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद ने कहा कि हम खुश हैं कि आजाद अपनी पार्टी बना रहे हैं। कांग्रेस आलाकमान ने एक बार भी हमसे मिलने की जहमत नहीं उठाई। हम अपनी शिकायतें व्यक्त करना चाहते थे। लेकिन किसी को हमारी सुनने की कोई इच्छा नहीं थी। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री 73 वर्षीय आजाद ने कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक के जुड़ाव को समाप्त कर दिया।  

आजाद ने कहा था कि पार्टी ‘‘वृहद पैमाने पर नष्ट’’ हो चुकी है। आजाद ने पूरी परामर्श व्यवस्था को कथित तौर पर ‘‘ध्वस्त’’ करने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की। आजाद ने कहा कि जल्द ही वह जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय स्तर की पार्टी बनाएंगे। आजाद के समर्थन में पहले ही पूर्व मंत्री और विधायकों सहित करीब एक दर्जन प्रमुख कांग्रेस नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। उनके अलावा सैकड़ों पंचायती राज सदस्यों, नगर पार्षदों , जिला और ब्लॉक स्तर के नेताओं ने भी आजाद का समर्थन किया है।