म.प्र. के स्थापना दिवस पर निकली जागरूकता रैली


सिंगरौली(काशीवार्ता)। देश की हृदय कहे जाने वाले मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर मंगलवार को माडा तहसील अन्तर्गत नगवा गांव में अदाणी फाउंडेशन द्वारा संचालित विद्यालय सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चों ने प्रभात फेरी व जागरूकता रैली निकाली। इस मौके पर करीब 1000 स्कूली छात्र-छात्राओं ने ग्रामीणों के बीच समाज और देश के विकास में मध्यप्रदेश के योगदान के बारे में बताया और यहां के वीर सपूतों, धरोहरों और कृतियों के बारे में जानकारी दी । कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के प्राचार्य फतेह बहादुर त्रिपाठी और अदाणी फाउंडेशन के अधिकारी ऋषभ पाण्डेय, मनोज प्रभाकर के नेतृत्व में किया गया। मध्यप्रदेश 1 नवंबर को अपना 67वां स्थापना दिवस मना और इन 67 वर्षों में प्रदेश ने कई ऊंचाइयों को छुआ, प्रगति की गाथा लिखी। 1 नवम्बर 1956 को मध्यप्रदेश राज्य के रूप में अस्तित्व में आयी और विकास क्रम आरंभ हुई। बांध बने, सड़कें बनने लगी, कारखाने लगे, नगरीय निकायों का गठन हुआ और गांवों में पंचायती राज आया। मप्र ने गौरवशाली यात्रा के दौरान कई उतार-चढ़ाव देखे किन्तु निरंतर आगे बढ़ता गया। मध्य प्रदेश को गेहूं उत्पादन और दलहन उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार दिया जा चुका है।इंदौर जहां देश का सबसे स्वच्छ शहर है वहीं प्राचीन नगरी उज्जैन का वैभव श्री महाकाल के कारण विश्व में और बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ शामिल रहते देश का सबसे बड़ा राज्य मध्यप्रदेश ही था। वर्ष 2000 में मध्यप्रदेश पुनर्गठन एक्ट के तहत राज्य के दक्षिण-पूर्वी हिस्से को अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य बनाया गया। मध्यप्रदेश के गौरव यात्रा की जानकारी देने के उद्देश्य से अदाणी फाउंडेशन द्वारा महान इनर्जेन लिमिटेड के सहयोग से विद्यालयों में स्कूली छात्र-छात्राओं के बीच आगामी कुछ दिनों में भाषण प्रतियोगिता, क्विज कॉन्टेस्ट, पारम्परिक नृत्य एवं गायन प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना है। इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से स्कूली बच्चों, ग्रामीण युवक-युवतियों और किसानों को समाज, राज्य और देश के विकास के लिए प्रेरित किया जा सकता है।