उत्तर भारतीयों का आंदोलन सम्मान के लिए


वाराणसी (काशीवार्ता)। उत्तर भारतीयों का अपमान महाराष्ट्र ही नही देश के किसी भी राज्य में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देश एक है, किसी भी धर्म जाति ,मजहब व सम्प्रदाय में देश को बांटा नही जा सकता। मेरा यह आंदोलन अपमान के खिलाफ,सम्मान के लिए है। उक्त गर्जना उत्तर भारतीयों के मान सम्मान की रक्षा को दृढ़ संकल्पित कैसरगंज के सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह ने बुधवार को काशी में की। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में उत्तर भारतीय सम्मान प्रतिज्ञा सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने कहा कि उतर भारतीयों के साथ हो रहे अत्याचार को अब बर्दाश्त करना कायरता होगी। अब समय आ गया है कि उत्तर भारतीय संगठित होकर इसका विरोध करें। कहा कि राज ठाकरे 5 जून को अयोध्या आना चाहते थे,उससे पूर्व उनका सीएम योगी से भी मिलने का कार्यक्रम था। मुझे जब इस बात की जानकारी हुई तो मैंने चार-पांच रात चिंतन किया और इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि इस व्यक्ति का मकसद राम का दर्शन नहीं बल्कि राजनीति है, इसलिए किसी भी कीमत पर ऐसे व्यक्ति को अयोध्या नहीं आने देना है। इसको लेकर मैंने सीएम योगी को ट्वीट कर जानकारी दी। सांसद ने अपने जोशीले भाषण में राज ठाकरे को चूहा बताते हुए कहा कि यदि वो उत्तर भारतीयों से माफी मांग लेते तो शायद विरोध नहीं होता और वे आराम से दर्शन पूजन कर सकते थे। ठाकरे की मति ही भ्रष्ट है। न तो उसने उत्तर भारतीयों से माफी मांगा और न ही साधु सन्यासियों से। पीएम मोदी व सीएम योगी से भी माफी मांग लेते तो चलता, लेकिन ये भी नहीं किया। इसलिए मैने भी निर्णय लिया कि अब ठाकरे के लिए सेना भी खड़ी हुई तो लाखों लोगों के सीने से होकर उन्हें गुजरना होगा।
उन्होंने कहा कि यह देश का पहला आंदोलन है जो न तो सत्ता के लिए है और न ही किसी को सत्ता से हटाने के लिए। ये आंदोलन सिर्फ गरीबो व शरीफो के लिए है क्योंकि जितने भी अत्याचार हुए वे सिर्फ उन्ही पर हुए। इससे पूर्व पुलिस लाइन हेलिकॉप्टर से पहुँचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। लंबे काफिले में वे यहाँ पहुँचे। सबसे पहले उन्होंने मंच पर पहुँचकर बाबा कीनाराम, अवधूत भगवान राम व औघड़ गुरुपद संभव राम के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इसके बाद दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में काशी वार्ता के प्रबंध निदेशक सुशील सिंह, संत अतुलानन्द रचना परिषद के सचिव राहुल सिंह, यथार्थ नर्सिंग कॉलेज के प्रबंध निदेशक धनंजय सिंह,वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ.अनुराग टण्डन, प्रसन्नाचार्य मौनी स्वामी, दी बनारस बार एसोशिएशन के अध्यक्ष धीरेन्द्र नाथ शर्मा, ओलंपियन हरपाल सिंह मौजूद रहे। मुख्य अतिथि का स्वागत कार्यक्रम के आयोजक व भारतीय कुश्ती संघ के संयुक्त सचिव संजय सिंह बबलू, कार्यक्रम का संचालन प्रताप शंकर दूबे व राजीव सिंह रानू ने किया। कार्यक्रम में आये विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों व अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों को माल्यार्पण व अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया। अंत मे आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन राजीव सिंह रानू ने किया।
सांसद का भव्य स्वागत


उत्तर भारतीयों के साथ महाराष्ट्र में हो रहे अत्याचार के विरूद्ध अलख जगाने जब सांसद बृज भूषण शरण सिंह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचे तो ढोल-नगाड़ों की थाप पर उनका भव्य स्वागत हुआ। इस दौरान जय श्रीराम व हर-हर महादेव का उद्घोष होता रहा। इस दौरान देश भक्ति गीत संगीत के बीच रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर हर-हर महादेव के उद्द्घोष से गूंज उठा। देश भक्ति के गीत संगीत से डॉ.अमलेश शुक्ला ने ऐसा समा बांधा कि लोग उनके गीतों पर झूम उठे।
चंदौली। उत्तर भारतीयों के आंदोलन को लेकर सुर्खियों में चल रहे भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन पर अयोध्या में 51 कुंतल का लड्डू चढ़ाने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि 5 जून को भगवान राम की नगरी में 5 लाख उत्तर भारतीयों के पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है, जो सरयू में स्नान करने के बाद रामलला के दर्शन भी करेंगे और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 50 वां जन्मदिन भी मनाएंगे। काशीवार्ता से बातचीत में उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम उत्तर भारतीयों की ताकत का भी एहसास कराएगा जिससे आगे कहीं भी किसी भी राज्य में उनका अपमान ना हो सके।
छात्र-छात्राओं व युवाओं की रही भारी भीड़
अपने प्रिय नेता सांसद बृज भूषण सिंह को सुनने के लिए रुद्राक्ष सेंटर में छात्र-छात्राओं की भारी भीड़ दिखी। युवाओं ने पूरी तन्मयता से अपने नेता की बातों को सुना। छावनी के पूर्व उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह,संजीव सिंह बिल्लू,रत्नेश राय, रितेश राय, नीलू मिश्र,अनुराग रघुवंशी, श्रवण कुमार सिंह रामलीला समिति शिवपुर, शोभित सिंह गोलू, आर्यन सिंह, मयंक सिंह, आशीष राय, दया शंकर राय,अनिल सिंह प्रशांत सिंह प्रमुख रुप से रहे।