कोरोना एक वैश्विक महामारी, रहें सावधान!


वाराणसी (काशीवार्ता)। कोविड-19 ने देश ही नहीं विश्व की कमर तोड़ दी है। इससे जूझ रहे देशों की माली हालत बिगड़ गयी है वहीं चिकित्सकीय व्यवस्था भी दम तोड़ती नजर आ रही है। देश भी कोरोना संकट से जूझ रहा है। संक्रमण से भारत में करीब 60 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं। वहीं मौतों का आंकड़ा भी लाख के करीब पहुंचने वाला है। बावजूद इसके लोग अभी भी कोरोना संकट को लेकर गंभीर नहीं हैं। इतना ही नहीं लोग अब तो कोविड-19 को लेकर भ्रम फैलाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं। पंफ्लेट बांट कर अफवाहों को यह हवा दी जा रही कि कोविड-19 नामक कोई बीमारी या वायरस नहीं है। यह सोची समझी रणनीति के तहत सरकार द्वारा फैलाया गया जाल है ताकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से मोटी रकम वसूली जा सके। पंफ्लेट बांट कर लागों में भ्रम फैलाने वाले ऐसे लोगों को अब कौन समझाए कि इस कोरोना संक्रमण से भारत ही नहीं समूचा विश्व परेशान है। भारत में ही संक्रमितों की संख्या नहीं बढ़ रही इससे कहीं अधिक अन्य देश पीड़ित है वहीं भारत की अपेक्षा अन्य विकसित देशों में मौत के आंकड़े भी ज्यादा हैं। भ्रम फैला कर सरकार को बदनाम करने व लोगों को गुमराह करने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किये जाने की आवश्यकता है और समाज के जागरुक लोगों को ऐसे भ्रामक बातों पर ध्यान न देते हुए कोरोना से बचने के लिए सरकार के द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना ही एकमात्र विकल्प है। दो गज की दूरी, मास्क है जरुरी। यह तब तक जरुरी है जबतक कोरोना की कोई वैक्सीन या दवा आम लोगों के उपलब्ध नहीं हो जाती।