‘अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें’ अशोक गहलोत का कैप्टन अमरिंदर को संदेश


पंजाब में कैप्टन अमरिंदर के अप्रत्याशित इस्तीफे के बाद कांग्रेस सर्कल में हलचल मची है. कांग्रेस के बड़े नेताओं को ये उम्मीद न थी कि पंजाब के सीएम कैप्टन इतनी जल्दी अपना त्यागपत्र सौंप देंगे. हालांकि कैप्टन अभी भी कांग्रेस के सदस्य हैं, लेकिन अपने अगले कदम को लेकर उन्होंने लोगों को सस्पेंस में रखा है.

इस बीच कैप्टन को मनाने की कोशिशें चल रही हैं. इस कड़ी में वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक लंबा ट्वीट कैप्टन अमरिंदर को संबोधित करते हुए किया है.

आलाकमान की मजबूरियां गिनाईं

अशोक गहलोत ने कैप्टन अमरिंदर से अपील करते हुए आलाकमान की मजबूरियां भी बताई हैं. उन्होंने लिखा है, “हाईकमान को कई बार विधायकों एवं आमजन से मिले फीडबैक के आधार पर पार्टी हित में निर्णय करने पड़ते हैं. मेरा व्यक्तिगत भी मानना है कि कांग्रेस अध्यक्ष कई नेता, जो मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में होते हैं, उनकी नाराजगी मोल लेकर ही मुख्यमंत्री का चयन करते हैं. परन्तु वही मुख्यमंत्री को बदलते वक्त हाईकमान के फैसले को नाराज होकर गलत ठहराने लग जाते हैं, ऐसे क्षणों में अपनी अन्तरात्मा को सुनना चाहिए.

फासिस्ट ताकतों की दुहाई

अपने राज्य में भी गाहे-बगाहे बगावत और गोलबंदी का सामना कर रहे अशोक गहलोत ने कहा कि, “मेरा मानना है कि देश फासिस्ट ताकतों के कारण किस दिशा में जा रहा है, यह हम सभी देशवासियों के लिए चिंता का विषय होना चाहिए. इसलिए ऐसे समय हम सभी कांग्रेसजनों की जिम्मेदारी देश हित में बढ़ जाती है. हमें अपने से ऊपर उठकर पार्टी व देश हित में सोचना होगा. कैप्टन साहब पार्टी के सम्मानित नेता हैं एवं मुझे उम्मीद है कि वो आगे भी पार्टी का हित आगे रखकर ही कार्य करते रहेंगे.”

अशोक गहलोत ने लिखा है, “मुझे उम्मीद है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह जी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंग जिससे कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो. कैप्टन साहब ने स्वयं कहा कि पार्टी ने उन्हें साढे़ नौ साल तक मुख्यमंत्री बनाकर रखा है. उन्होंने अपनी सर्वोच्च क्षमता के अनुरूप कार्य कर पंजाब की जनता की सेवा की है.”