पंकज उधास के नगमों पर झूमी काशी


वाराणसी(काशीवार्ता)। वाराणसी के सिगरा स्थित इंटरनेशनल रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर में आयोजित शाम-ए-बनारस कार्यक्रम में पहुंचे पंकज उधास ने अपनी गजल के माध्यम से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। वाराणसी के सिगरा स्थित इंटरनेशनल रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर में आयोजित शाम-ए-बनारस कार्यक्रम में पहुंचे पंकज उधास ने अपनी गजल के माध्यम से सभी को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मीराबाई की भजन पायो जी मैंने राम रतन धन पायो… से की। इसके बाद उन्होंने अपने चुनिंदा गजल निकलो ना बेनकाब जमाना खराब है… उसके बाद न फूल चढ़ाऊं न माला चढ़ाऊं ये गीतों की गंगा मैं तुझको चढ़ाऊं। सबको मालूम है मैं शराबी नहीं, फिर भी कोई पिलाए तो मैं क्या करूं। इक तू ही धनवान है गोरी बाकी सब कंगाल सहित तमाम नगमें पंकज उधास ने प्रस्तुत किए। शहर के सैकड़ों लोगों से खचाखच भरा रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर तालियों और हर हर महादेव की गूंज से गूंजता रहा। रुद्राक्ष के बाहर भी सैकड़ों की संख्या में उपस्थित लोगों ने कार्यक्रम के लाइव टेलिकास्ट का लुफ्त उठाया। इस अवसर पर अतिथियों का स्वागत संतोष कुमार अग्रवाल ‘हरे कृष्ण ज्वेलर्स’ ने बुके देकर किया। संचालन डा. राजेश अग्रवाल एवं डा. अर्चना अग्रवाल ने किया । इस अवसर पर नीरज अग्रवाल, डा. मधु अग्रवाल, अमोद अग्रवाल, सलिल अग्रवाल भी मौजूद रहे।