चंचल को ईमानदारी का खिताब देने की मांग


गाजीपुर (काशीवार्ता)। इस भ्रष्टाचार के युग में अगर कोई जनप्रतिनिधि बिना कमीशन लिए अपनी निधि बांटता हो तो आज के युग में यह आश्चर्य करने वाली होगी। मगर भाजपा के युवा नेता एवं दूसरी बार गाजीपुर से एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने अपनी निधि में एक रुपए का भी कमीशन न लेकर इतिहास रच दिया। यह चर्चा सुनने में अक्सर आती है कि अधिकांश जनप्रतिनिधि बिना कमीशन लिए अपनी निधि देना पसंद नहीं करते। इसको लेकर अब विभिन्न गैर राजनीतिक संगठनों ने चंचल को ईमानदार जनप्रतिनिधि का खिताब सीएम योगी के हाथों दिलाना चाहता है। इसके लिए गैर राजनीतिक संगठन सामाजिक परिवर्तन मोर्चा ने सीएम योगी को पत्र लिखने का ऐलान किया है। साथ ही एक शिक्षण संस्थान ने चंचल को सम्मानित करने का फैसला किया है।
सैदपुर के तेतारपुर गांव निवासी विशाल सिंह चंचल ने वर्ष 20216 में पहली बार निर्दल एमएलसी का चुनाव लड़ा था और सपा के डा. सानंद को पटखनी दी थी। अभी कुछ माह पहले उन्होंने भाजपा से दूसरी बार एमएलसी का चुनाव लड़ा और रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की। यही नहीं सपा के प्रत्याशी ने उनके समर्थन में अपना पर्चा ही वापस ले लिया। अब तक के छह वर्ष के कार्यकाल के दौरान चंचल ने अपनी निधि देते समय एक रुपए भी किसी से डिमांड नहीं की। जनहित में वह जिले के विकास पर धन खर्च करते रहे। कुल मिलाकर उन्होंने राजनीति को सेवा का अवसर समझकर एक मिशाल पेश की। अपने छह वर्ष के कार्यकाल में बेहतर कार्य करने पर अब उन्हें ईमानदार एमएलसी के रूप में पूरे प्रदेश में चुनने की मांग भाजपा सरकार से गैर राजनीतिक संगठन सामाजिक परिवर्तन मोर्चा के संस्थापक राजू सिंह ने करने की घोषणा की है। कहा कि काजल की कोठरी में बचकर निकल जाना बड़ी बात होती है। रविवार को जब चंचल जनसुनवाई के लिए डाकबंगले में पहुंचे तो उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और उसके निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। इस दौरान चंचल ने अधिकारियों के साथ बैठक भी ली और उनको जनहित के कार्यों को लेकर अलर्ट रहने का निर्देश दिया। इस दौरान कई ब्लाकों के ब्लाक प्रमुखों के साथ ही सैकड़ों लोग मौजूद रहे।