पीडब्ल्यूडी से बनी सड़क चार माह में ही उखड़ने पर भड़के ग्रामीण


सेवराई/गाजीपुर (काशीवार्ता)। प्रदेश के योगी सरकार द्वारा प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश के बाद स्थानीय तहसील क्षेत्र के करहिया गांव के समीप सड़क का लोक निर्माण विभाग द्वारा गुणवत्ताविहीन गड्ढा मुक्त कार्य कराए पर रविवार को ग्रामीणों का गुस्सा भड़क उठा। ग्रामीणों ने संबंधित विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
बता दें कि ताड़ीघाट-बारा राष्ट्रीय राजमार्ग 124 सी से करहिया रेलवे स्टेशन के रास्ते एक संपर्क मार्ग तहसील क्षेत्र के कई गांव को जोड़ता है। रविवार को लोक निर्माण विभाग द्वारा उक्त सड़क में हुए गड्ढों का समतलीकरण का कार्य कराया जा रहा था। ग्रामीणों के अनुसार सड़क मरम्मत के नाम पर कोरम पूरा करते हुए मानक के हिसाब से कार्य नहीं किया जा रहा था। मानक के हिसाब से कार्य नहीं किए जाने के कारण ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और ठेकेदार जेई एवं संबंधित अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि जब घटिया निर्माण कार्य की सूचना संबंधित विभाग के जेई को दिए तो जेई ने सीधे उनके ऊपर एफआई आर दर्ज कराने की धमकी दे डाली। जेई के इस बयान से ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया और वे सड़क पर ही जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि अभी 4 माह पूर्व ही इस सड़क का निर्माण कराया गया था। सड़क निर्माण कार्य में भी ठेकेदार द्वारा जमकर घपलेबाजी करते हुए सड़क को गुणवत्ता विहीन बना दिया गया, जिससे सड़क बनने के 4 महीने बाद ही टूटने लगी। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त सड़क जेई ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। ग्रामीणों ने बताया कि जब इसकी शिकायत संबंधित जेई से की गई तो उल्टे ही हम ग्रामीणों पर एफआईआर करने की धमकी दी जा रही है। ग्रामीणों ने उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट करते हुए सरकार के मंशा के अनुरूप सड़क निर्माण कराए जाने का मांग किया। आंदोलन करने वालों में रितेश सिंह, सुनील कुमार सिंह, आलोक तिवारी, राधेश्याम सिंह, जीतेंद्र उपाध्याय, विकास सिंह, बलवीर कुशवाहा, संदीप कुशवाहा, रजनीश उपाध्याय, रमेश सिंह, दीपू सिंह, नंदू सिंह आदि शामिल रहे ।