‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी, गंगा किनारे बनाया जाएगा नैचुरल फॉर्मिंग का एक विशाल कॉरिडोर


विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसी के साथ पीएम मोदी रविवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए वैश्विक पहल ‘लाइफस्टाइल फार द एनवायरनमेंट (LiFE) मूवमेंट’ का भी शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स भी शामिल होंगे। इस आंदोलन को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल ग्लासगो में COP26 जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन के दौरान पेश किया था।

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के नेतृत्व में, विश्व पर्यावरण दिवस हर साल 5 जून को पर्यावरण की गिरावट के बारे में जागरूकता बढ़ाने और बेहतर भविष्य बनाने में मदद करने के लिए वैश्विक स्तर पर लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।

इस वर्ष का विषय ‘केवल एक पृथ्वी’ है। यह स्टॉकहोम में 1972 के सम्मेलन का नारा भी था, जहां पहली बार 5 जून को वार्षिक वैश्विक कार्यक्रम की स्थापना की गई थी।सद्गुरु के ईशा फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बधाई देशवासियों को बधाई दी। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं। सद्गुरु और ईशा फाउंडेशन आज बधाई के पात्र हैं, मार्च में इनकी संस्था ने मिट्टी बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी और 27 देशों से होते हुए उनकी यात्रा 75वें दिन यहां पहुंची। पीएम मोदी ने आगे कहा “मुझे संतोष है कि देश में पिछले 8 साल से जो योजनाएं चल रही है, सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण का आग्रह है।पर्यावरण रक्षा के भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं। भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिका न के बराबर है”।

मिट्टी को बचाने के लिए 5 चीजों पर किया जाए फोकस 

मिट्टी को बचाने के लिए पीएम मोदी ने पांच प्रमुख बातों का उल्लेख किया। उन्होंने 5 चीजों पर फोकस करते हुए बताया कि पहला- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं। दूसरा- मिट्टी में जो जीव रहते हैं उन्हें कैसे बचाएं। तीसरा- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं।चौथा- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और पांचवा, वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें। पीएम मोदी ने विदेशी स्तर भारत के प्रदर्शन को लेकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने CDRI और इंटरनेशनल सोलर अलायंस के निर्माण का नेतृत्व किया है। पिछले वर्ष भारत ने ये भी संकल्प लिया है कि भारत 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा।

किसानों के लिए चलाया जा रहा बड़ा अभियान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि पहले हमारे देश के किसान के पास इस जानकारी का अभाव था कि उसकी मिट्टी किस प्रकार की है, उसकी मिट्टी में कौन सी कमी है, कितनी कमी है। इस समस्या को दूर करने के लिए देश में किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड देने का बहुत बड़ा अभियान चलाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि हम कैच द रेन जैसे अभियानों के माध्यम से जल संरक्षण से देश के जन-जन को जोड़ रहे हैं। इस साल मार्च में ही देश में 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का अभियान भी शुरू हुआ है। इसमें पानी में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ नदियों के किनारे वन लगाने का भी काम किया जा रहा है। 

बनाया जाएगा नैचुरल फॉर्मिंग का एक विशाल कॉरिडोर 

पीएम मोदी ने ऐलान करते हुए कहा कि इस साल के बजट में हमने तय किया है कि गंगा के किनारे बसे गांवों में नैचुरल फार्मिंग को प्रोत्साहित करेंगे, नैचुरल फॉर्मिंग का एक विशाल कॉरिडोर बनाएंगे। इससे हमारे खेत तो कैमिकल फ्री होंगे ही, नमामि गंगे अभियान को भी नया बल मिलेगा।

भारत ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग का हासिल किया लक्ष्य

इसके साथ ही पीएम मोदी ने बताया कि आज भारत ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। आपको ये जानकर भी गर्व की अनुभूति होगी, कि भारत इस लक्ष्य पर तय समय से 5 महीने पहले पहुंच गया है।