बेटे ने की थी मां-बहन की हत्या


गाजीपुर (काशीवार्ता)। मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के कठउत गांव में मां और बेटी की गला दबाकर हत्या का पुलिस ने 24 घंटे में खुलासा करते हुए उसके बेटे गौरीशंकर राजभर को गिरफ्तार किया है। गौरशंकर ने खुद ही अपने हाथों से मां और बहन को मौत के घाट सिर्फ इसलिए सुला दिया कि उसके उधार का कर्ज देने के लिए मां घर बेचने को तैयार नहीं थी। घटना को लेकर एसपी ओमवीर सिंह ने प्रेसकांफ्रेंस करके जानकारी दी और पुलिस टीम को इनाम दिया।
एसपी ने बताया कि कठउत गांव में एक दिन पहले गौरीशंकर पुत्र स्व. केदार ने पुलिस को तहरीर देकर अपनी मां और बहन की हत्या की जानकारी पुलिस को दी थी। इस प्रकरण में आईजी और एसपी ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और घटना के खुलासे का निर्देश दिया। इस मामले में विवेचना के क्रम में गवाहों के बयान अभिलेखीय साक्ष्य के पुख्ता सबूत पाये जाने पर गौरीशंकर को मंगलवार की भोर में गौसपुर मुख्य सड़क से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि बीते रविवार की रात्रि को करीब 20.15 बजे के लगभग अपनी मां को अपने कमरे में बुलाकर कर्ज का पैसा चुकता करने के लिए घर बेचने के लिए मनाने का बहुत प्रयास किया। उसके तैयार न होने पर रस्सी से गला दबा कर मां की हत्या कर दी। और शव को घसीट कर दूसरे कमरे में कर रहा था कि उसकी बहन भी आ गयी और विरोध किया व चिल्लाने लगी तो उसी रस्सी से उसका गला दबा कर उसकी भी हत्या कर दिया। उसी समय मेरी बहन का नाती आ गया। रोने पर उसका भी गला दबाया और बेहोश हो जाने पर वहीं छोड़कर रस्सी अपने
तखत के नीचे छुपाकर भाग कर राजू कुशवाहा के घर चल गया। जहां पर पूर्व नियोजित दावत थी। जिसका खर्च मैंने स्वयं दिया था। भोजन के बाद राजू के साथ साथ ट्रैक्टर जिसे राजू चला कर खेत जोत रहा था, मैं ट्रैक्टर पर बैठा रहा। जुताई के बाद उसी के घर पर आकर सो गया। सुबह दोनों करीब 5 बजे उठकर मेन रोड पर गये। और सुभाष राजभर को फोन कर चाय की दुकान पर बुलाया। आने के पूर्व हम दोनों ने पूर्व ग्राम प्रधान गौसपुर झन्ने के घर पर गये और घटना की जानकारी दी और पुन: चाय की दुकान पर आकर घटना के बारे में बताया और 112 पर मैं सुभाष राजभर के फोन से दो औरतें व एक बच्चे की हत्या की सूचना दिया था। गौरीशंकर की निशानदेही पर उसके तख्त की नीचे सिरहाने से आलाकत्ल रस्सी बरामद हुई तथा उसके हस्तलेख का एक पत्र तकिया के नीचे से बरामद हुआ। गौरीशंकर एक शातिर किस्म का अपराधी प्रवृति का व्यक्ति है। इसका आपराधिक इतिहास भी है। उसे कोर्ट से एक प्रकरण में 7 वर्ष की सजा हुई है। एसपी ने बताया कि आरोपित को न्यायालय में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।