आज रात चेतावनी बिंदु पार कर सकती हैं गंगा


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राणसी। आज गंगा नदी चेतावनी बिंदु को पार कर सकती है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 69.77 मीटर रिकॉर्ड किया गया है, जो वॉर्निंग लेवल 70.262 मीटर से महज 50 सेमी कम है। गंगा के जलस्तर में हर घंटे दो सेंटीमीटर की दर से बढ़ोतरी हो रही है। गंगा में बाढ़ से जहां घाटों के किनारे के 1500 से ज्यादा नाव संचालकों का काम प्रभावित है। वहीं, 1200 से ज्यादा दुकानदारों का कारोबार ठप हो गया है। तीर्थ पुरोहितों, नाई और टूरिस्ट गाइड का काम भी बंद है। शवों के अंतिम संस्कार कहीं गलियों में तो कहीं छतों पर किए जा रहे हैं। वाराणसी में गंगा का खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है। साल 1978 में आई बाढ़ के दौरान वाराणसी में गंगा का जलस्तर 73.901 मीटर तक पहुंचा था।

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बात ग्रामीण क्षेत्र की करें तो चौबेपुर में ढाब क्षेत्र में गंगा किनारे की फसल डूबने लगी है। रामचंदीपुर से गोबरहा तक सोता में कटान शुरू हो गया है। मुस्तफाबाद के रेतापार में बने शवदाह स्थल में गंगा का पानी पहुंच गया है। गंगा में आई बाढ़ के कारण महाश्मशान मणिकर्णिका घाट और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह का काम भी प्रभावित हुआ है। मणिकर्णिका घाट पर ऊंचे प्लेटफॉर्म पर और हरिश्चंद्र घाट के समीप गली में शवदाह किया जा रहा है। मणिकर्णिका घाट पर डोम राजा परिवार के शालू चौधरी ने बताया कि इस समय रोजाना औसतन 50 से 60 डेड बॉडी आ रही हैं। प्लेटफॉर्म पर एक साथ 10 शव की अंत्येष्टि की व्यवस्था है। इसलिए अंत्येष्टि के लिए आने वाले लोगों को डेढ़ से दो घंटे का इंतजार करना पड़ रहा है। वहीं, हरिश्चंद्र घाट पर ओंकार चौधरी ने बताया कि फिलहाल रोजाना औसतन 15 से 20 डेड बॉडी आ रही है और गली में अंत्येष्टि की जा रही है। गली में लाइट की व्यवस्था न होने से रात में दिक्कत होती है। इसके साथ ही स्थान संकरा होने के कारण चिता की आंच बहुत ज्यादा लगती है।
बदले मानसून के मिजाज ने कराया ठंड का एहसास
वाराणसी। बारिश के लिए तरस रहे बनारसियों को तेज रफ्तार हवा ठंड का ऐहसास करा रही है। 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा ने मौसम को पूरी तरह से खुशनुमा बना दिया है। वही बिन बारिश गंगा का पानी उफान मार रहा है। घाट किनारे हवा व पानी की अठखेलिया निहारने वालों का रविवार को सुबह अच्छा खासा हुजुम दिखा। पूरब दिशा से आ रही हवा आंधी की तरह शहर और ग्रामीण इलाकों में खुशनुमा कर दिया है। रविवार की आधी रात ऐसा लग रहा था, मानों ठंड का मौसम आ गया हो। लोगों ने पंखे तक बंद कर दिए। रात में थोड़ी बारिश भी हुई।
मौसम विज्ञान विभाग ने आज वाराणसी में जोरदार बारिश का अलर्ट जारी किया है। 26 अगस्त तक मौसम खुशनुमा बना रहेगा। बादल छाए रहेंगे और हल्की-फुल्की बरसात भी हो सकती है। मौसम विज्ञानियों की माने तो बंगाल में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून की बारिश भी होगी, मगर पानी मध्यप्रदेश के जबलपुर, सांची, भोपाल और सिंगरौली क्षेत्र में ज्यादा गिरेगा। अगस्त में अभी बारिश की उम्मीद की जा सकती है। मानसून का असर 15 सितंबर तक रहेगा।
काल भैरव का हरियाली श्रृंगार कल
वाराणसी। काशिकापुराधिकनाथ कालभैरव का 108वाँ वार्षिक हरियाली शृंगार माहेत्सव 22 अगस्त को आयोजित किया गया है। इस अवसर पर बाबा की नैनाभिराम झांकी सजायी जायेगी। वहीं बाबा के श्री चरणों में भजनों की सुरसरिता बहेगी। झांकी का दर्शन मध्यान्ह दो से रात्रि 12 बजे तक होगा। सायंकाल 5 बजे बसन्त पूजा होगी और रात्रि 12 बजे बाबा की महाआरती होगी।
वरुणा में उफान से 1500 घरों में भरा पानी
गंगा में आई बाढ़ के कारण वरुणा नदी में भी पानी बढ़ रहा है। 1500 से ज्यादा घर बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। यहां की 10 हजार से ज्यादा की आबादी प्रभावित है। लोग अपना घर छोड़ कर सुरक्षित ठिकानों और राहत शिविरों की ओर बढ़ने लगे हैं। जिला प्रशासन के अनुसार, शनिवार और रविवार को नक्खी घाट, सरैयां और दानियालपुर सहित इसके इर्द-गिर्द इलाके के 39 परिवारों का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। गंगा के जलस्तर में जिस तरह से बढ़ोतरी हो रही है, उसे देख कर यह माना जा रहा है कि आज सामने घाट क्षेत्र की कॉलोनियों में बाढ़ का पानी घुस जाएगा। नगवां क्षेत्र के मुहल्लों की ओर बाढ़ का पानी घुसना शुरू भी हो गया है।