ट्रैफिक नियमों की जानकारी न होना बनता है जाम का कारण


वाराणसी (काशीवार्ता)। सड़क पर चलने का नियम बचपन से ही सिखाया जाता है। अपने बाएं से चलने सड़क पार करते समय दाएं-बाएं देखने को कहा जाता है। इन सबके बावजूद सड़कों पर यातायात को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए पुलिस विभाग ने भी नियम बना रखे हैं। चौराहों पर पुलिस विभाग के जवानों की तैनाती की जाती है कि यातायात में किसी प्रकार की परेशानी न आने पाए और जनता अपने गंतब्य तक आसानी से पहुंच सके। इन सबके बावजूद हिंदुस्तान का कोई ऐसा शहर नहीं होगा, जहां आये दिन जाम की समस्या से जनता को न जूझना पड़े। वाराणसी की तो स्थिति ऐसी है कि शहर का कौन सा कोना कब जाम के झाम में फंस जाए, कहा नहीं जा सकता है। काशी की सड़कों पर चलने वाले लगभग 90 फीसदी लोगों को यह जानकारी ही नहीं है कि लाल लाइट जलने पर अपने वाहनों को इस प्रकार खड़ा करें कि बाएं जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े और उनका कीमती समय भी न जाया हो। परन्तु सड़कों पर निजी या सार्वजनिक वाहन चलाने वाले किसी भी चौराहे पर जब भी लाल सिग्नल होता है तो हरा सिग्नल होने पर सबसे आगे निकलने के चक्कर मे दाएं-बाएं जहां भी जगह मिलती है अपने वाहन को खड़ा कर देते है। जिसके चलते बाएं जाने वालों को तो परेशानी झेलनी ही पड़ती है, उसके अलावा दाहिने जाने वाले लोगों को हरा सिग्नल होने पर आगे जाने के लिए रास्ता नहीं मिलता है।
अब जाम से भी निजात दिलायेंगी पीआरवी की गाड़ियां
वाराणसी। अब पीआरवी की गाड़ियां जाम का झाम निपटाएंगी । डायल 112 की गाड़ियां रीलोकेट की जाएंगी । चौराहों के अलावा सड़कों पर लगने वाले जाम के लिए भी लोकेशन तैयार की जाएगी सुबह 4 बजे से 6 बजे पार्क और जोगिंग एरिया के आसपास ये गाड़ियां अब नजर आएंगी सुबह 9 से 10 तक स्कूल के आसपास इनका लोकेशन रहेगा। 10 से 11के आसपास भीड़भाड़ वाले इलाके आॅफिस जाने वाले लोगों से लगने वाले जाम वाली जगहों पर इनकी तैनाती रहेगी। बैंक,सर्राफा और पेट्रोल पंप जैसे संस्थानों के आसपास भी इनकी सक्रियता बढ़ाई जाएगी। छुट्टी के समय फिर एक बार स्कूलों के आसपास इनका मूवमेंट रहेगा। रात में संवेदनशील इलाकों में चोर व संदिग्धों पर नजर रखने में भी अब ये सहायक रहेगी।