यूपी: CM योगी ने साल के आखिरी सप्ताह में कैंसिल की अफसरों की छुट्टी, फील्ड में उतारा


साल का आखिरी सप्ताह चल रहा है और यह वह वक्त होता है जब अधिकांश अधिकारी और आला अफसर छुट्टियां मनाते हैं. लेकिन उत्तर प्रदेश में इस बार ऐसा नही दिखाई दे रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फरमान के बाद सूबे के सचिव और कमिश्नर स्तर के अधिकारी गांव-गांव जाकर धान क्रय केंद्र, गोशाला और कोविड केयर सेंटर की जांच पड़ताल और रियलिटी चेक कर रहे हैं.

दरअसल, पिछले दिनों उत्तर प्रदेश में गोवंश की बदहाली को लेकर यूपी कांग्रेस ने योगी सरकार के खिलाफ मुहिम छेड़ दी थी. यहां तक कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुंदेलखंड के ललितपुर से गाय बचाओ-किसान बचाओ यात्रा निकाली. शायद यही वजह है कि दूसरी तरफ मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अपने तमाम आला अधिकारियों को उन-उन जिलों में भेजने का फरमान जारी कर दिया जहां के वह नोडल अधिकारी बनाए गए हैं. ये तमाम आला अधिकारी अलग-अलग जिलों में पहुंचे और वहां पर हालात का जायजा लेने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी.

चंदौली में धान क्रय केंद्र और गोशाला का निरीक्षण

मुख्यमंत्री के निर्देश पर चंदौली के नोडल अधिकारी बनाये गए वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल और आईजी विजय सिंह मीणा सोमवार की सुबह चंदौली पहुंचे. सबसे पहले इन अधिकारियों ने धान क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. सभी अधिकारी सैयदराजा स्थित एक धान क्रय केंद्र पर पहुंचे और वहां पर मौजूद किसानों से अधिकारियों ने धान खरीद के संदर्भ में बातचीत की. यही नहीं धान की खरीद का सही-सही हाल जानने के लिए कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने इस धान क्रय केंद्र से ही उन किसानों को फोन मिलाकर धान खरीद का रियलिटी चेक भी किया जिन्होंने पूर्व में अपने धान की बिक्री इस क्रय केंद्र पर की थी.

कमिश्नर ने उन किसानों से विस्तार से बात की और पूछा कि धान बिक्री करते समय किसी तरह की दिक्कत तो नहीं आई. इसके बाद इन अधिकारियों ने चंदौली जिले के अधिकारियों के साथ बैठक भी की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए. इसके बाद अधिकारियों का यह काफिला दीनदयाल नगर क्षेत्र में स्थित एक गौशाला पहुंचे और वहां पर हालात का जायजा लिया. जहां पर इन अधिकारियों ने गायों को गुड़ और चारा भी खिलाया.

हरदोई में प्रमुख सचिव डिम्पल वर्मा ने जाना हाल

हरदोई जिले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर नोडल अधिकारी उत्तर प्रदेश शासन की प्रमुख सचिव डिम्पल वर्मा ने किसान की तरह धान के ढेर पर बैठकर धान क्रय केंद्रों का हाल जाना. उन्होंने मौके पर मौजूद किसानों से भी बात करके धान खरीद में हो रही समस्याओं को सुना और अधिकारियों को किसानों की समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए. यहां पर कई किसानों ने टोकन मिलने में देरी और धान खरीद न होने की शिकायत उनसे की. जिस पर उन्होंने अधिकारियों को किसानों की समस्याएं दूर करने के निर्देश दिए. उन्होंने कोरोना वैक्सीन के प्रथम चरण को लेकर वैक्सीन रखने की व्यवस्था और वैक्सीन लगने वाली जगहों का भी निरीक्षण किया.

मऊ में धान क्रय केंद्र के सचिव और लेखपाल सस्पेंड

मऊ जिले के नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए धान क्रय केंद्र के सचिव और लेखपाल को सस्पेंड करने का निर्देश दिया है. सीएम के निर्देश पर मऊ पहुंचे मुकेश मेश्राम ने जिले में आकस्मिक निरीक्षण के दौरान क्रय केंद्र पर भारी अनियमितता पाए जाने पर केंद्र के सचिव और संबंधित लेखपाल को निलंबित करने के निर्देश दिए. साधन सहकारी समिति भीटी धान क्रय केंद्र पर सचिव द्वारा किसानों की संख्या और टोकन की सही जानकारी ना दे पाने के कारण यह कार्यवाही की गई है.

देवरिया पहुंचे अपर मुख्य सचिव

सीएम का फरमान जारी होने के बाद अपर मुख्य सचिव और नोडल अधिकारी राजन शुक्ला देवरिया पहुंचे. जहां पर अधिकारियों से मीटिंग के बाद निरीक्षण के लिए निकले तो सबसे पहले शहर के पीपरपाती में बने कान्हा गौशाला पहुंचे. वहां मौजूद गौशाला के केयर टेकर और कर्मियों से गाय, बछड़ों के रख रखाव, चारे, ठंढ से बचाव इत्यादि के बारे में जानकारी ली. इसके बाद अधिकारियों का अमला देवरिया के सोनुघाट स्थित धान क्रय केंद्र पर पहुंचा. अधिकारियों ने वहां किसानों से बात की और धान क्रय केंद्र के हालात से रूबरू हुए. वहां पर मौजूद एक किसान ने अपनी समस्या बताई और कहा कि धान में हल्दिया रोग लग गया है, जिसकी वजह से धान बेचने में परेशानी हो रही है. इसपर नोडल अधिकारी राजन शुक्ला ने धान की सफाई करवाकर धान क्रय करने के लिए क्रय केंद्र प्रभारी को निर्देश दिया.