वरुणा का जल्द होगा उद्धार-केशव प्रसाद


वाराणसी (काशीवार्ता)। काशी की प्राचीन नदी वरुणा को गंगा की सहायक नदी के रुप में मान्यता के साथ-साथ वाराणसी के नामकरण में भी देखा जाता है। असी नदी प्रशासन की उदासीनता के कारण लगभग समाप्त हो गयी है। वरुणा पर भी लगभग दो दशक पूर्व भू-माफियाओं की दृष्टि पड़ी और अतिक्रमण कर प्लाटिंग का काम प्रारम्भ कर दिया गया। उक्त बातें सामाजिक संस्था के संस्थापक अध्यक्ष ने के.के.उपाध्याय ने कही। कहाकि लोक चेतना संस्था ने इसके लिए व्यापक जनान्दोलन शुरू किया। लोक चेतना के आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुधि ली और तत्कालीन सपा सरकार ने वरुणा कारिडोर के नाम से एक कार्ययोजना बनाकर इसमें जल परिवहन, पिकनिक स्पाट पाथवे के लिये पहल की। लेकिन वह कथित रुप से भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गयी। श्री उपाध्याय ने जिला प्रशासन से लगायत प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों को पीएम मोदी के नाम संबोधित पत्र देते हुए ध्यान आकर्षित कराया है। इसी क्रम में मंगलवार को प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद को ज्ञापन सौंपा। केशव प्रसाद ने वरुणा के शीघ्र उद्धार का आश्वासन दिया है।