वाराणसी। श्रावण मास में बाबा विश्वनाथ को जलाभिषेक के लिए कांवरियों की भीड़ उमड़ेगी, लेकिन कांवर को लेकर मंदिर प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर दिया है। कांवरिये 12 फीट से अधिक लंबी कांवर लेकर मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। वहीं प्लास्टिक फ्री कांवर वाले कांवरियों को अंदर जाने की अनुमति मिलेगी। योगी सरकार में कांवरियों के स्वागत की तैयारी है। कांवरियों पर फूल बरसाए जाएंगे। वहीं स्वागत के लिए रेड कार्पेट भी बिछाई जाएगी। कांवरियों के लिए श्री काशी विश्वनाथ कारिडोर में लाइन लगवाई जाएगी। ताकि उन्हें जल्दी दर्शन मिल सके। श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए स्टील की बैरिकेडिंग, अलग-अलग काउंटर बनाए जाएंगे। बाहर भी काउंटर बनेगा जहां कांवरियों के सामान रखे जाएंगे। बुजुर्गों के लिए ह्वील चेयर की व्यवस्था है। वहीं भीड़ को नियंत्रित करने और व्यवस्था बनाए रखने के लिए मैदागिन से गोदौलिया तक बैरिकेडिंग की जाएगी। इस बार कांवर यात्रा में सबसे खास यह कि यात्रा पूरी तरह से प्लास्टिक फ्री होगी। मंदिर के रास्ते की जानकारी के लिए जगह-जगह बार कोड लगाए जाएंगे। उसे स्कैन करते ही मंदिर की वास्तविक लोकेशन का पता चल जाएगा। वहीं कांवर शिविर, मेडिकल सुविधा, पुलिस सहायता, कैंट स्टेशन और रोडवेज से मंदिर मार्ग की जानकारी मिलेगी।
बाबा के नेमी भक्तों ने सौंपा प्रशासन को ज्ञापन
वाराणसी (काशीवार्ता)। श्रीकाशी विश्वनाथ के नेमी भक्तों की रविवार को श्रावण मास के संदर्भ में मुकीमगंज स्थित एक लान में बैठक हुई। बैठक में बाबा के दरबार में होने वाली दुश्वारियों से निपटने पर चर्चा की गयी। ब्रह्महूर्त में नियमित बाबा का दर्शन करने वाले नेमियों ने मंदिर परिसर में पुलिसकर्मियों के दुर्व्यवहार व आचरण पर चर्चा के बाद जिला प्रशासन को पत्रक देने का निर्णय किया। इसके बाद प्रशासन को पत्रक सौंपा गया। इस पत्रक में नेमी दर्शनार्थियों के साथ किसी तरह की बदसलूकी और दुर्व्यवहार न हो, इसे सुनिश्चित करने की अपील की गई है। इसके साथ ही नेमियों ने यह भी निर्णय लिया कि हर साल की तरह इस बार भी गेट नम्बर चार पर सुगम दर्शन और फलाहार वितरण के लिए कैम्प लगाया जाएगा। बैठक में दीपक सिंह, सतीश, दीपक दूबे, रीना गुप्ता, दीपाली जायसवाल आदि रहीं।