वाराणसी। पंचायत चुनाव सन्निकट होने के साथ गांव-गांव वोटरों को लुभाने का दौर भी शुरू हो गया है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र काशी में भी गांव -गांव ग्राम प्रधानी के चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई तो जिला प्रशासन भी इसकी तैयारियों में जोर शोर से जुट गया है। खबर मिली है कि नए परिसीमन के बाद बीडीसी के 179 पद समाप्त हो जायेंगे। तमाम गांवों में एक ओर जहां ग्राम प्रधान के नये व पुराने प्रत्याशी, ग्राम सभा सदस्य, बीडीसी , जिला पंचायत सदस्य जगह -जगह अपनी होर्डिंग लगाकर आगामी नए वर्ष की बधाई देने लगे तो सम्भावित नए वार्डों में लोग सभासद के चुनाव के लिए भी कमर कसने लगे हैं। आशा व्यक्त की जा रही कि यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो फरवरी के अंत में ग्राम पंचायतों के चुनाव सम्पन्न हो जाएंगे।
परिसीमन की तिथि निर्धारित- निर्वाचन आयोग के निर्देश के तहत प्रकाशित निर्वाचन क्षेत्र पर आपत्तियां प्राप्त करने की अंतिम समय सीमा-26 दिसंबर तक होगी ,प्राप्त आपत्तियों का निस्तारण की अंतिम तिथि – 2 जनवरी है। प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची का प्रकाशन -तीन से छह जनवरी के बीच होगा।
50 हजार पर जिपं, 2 हजार की आबादी पर बनेंगे बीडीसी
पंचायत चुनावों में आबादी की भूमिका अहम होने वाली है। बनारस के ग्राम पंचायतों की आबादी बीस लाख से अधिक है। पचास हजार की आबादी पर एक जिला पंचायत सदस्य की सीट तय होती है। 2000 की आबादी पर क्षेत्र पंचायत सदस्य होता है। ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए अलग अलग नियम है। मतलब एक हजार की आबादी पर 9 ग्राम पंचायत सदस्य, दो हजार पर 11 व दो हजार से तीन हजार के बीच 13 तथा तीन हजार के ऊपर होने पर अधिकतम 15 ग्राम पंचायत सदस्य बनाए जा सकते हैं।
चुनाव की व्यवस्था पर शीघ्र लगेगी मुहर
चिरईगांव, काशी विद्यापीठ व हरहुआ ब्लाक के नगर निगम सीमा में 61 ग्राम पंचायतों के शामिल होने के बाद बाद पंचायतों की चौहद्दी तय करने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। त्रिस्तरीय पंचायत परिसीमन को लेकर आलेख्य प्रकाशन शीघ्र होने जा रहा है। इसके बाद इस मामले में 26 दिसम्बर तक दावा ,आपत्ति की जा सकेगी। आज कल में होने वाले प्रकाशन के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी कि कौन – कौन से वार्ड का आस्तित्व समाप्त हुआ है कौन नया वार्ड बनेगा। बहरहाल, अब तक की जानकारी के मुताबिक जिला पंचायत के 48 वार्डों में से सात समाप्त हो जाएंगे। इस प्रकार अब 41 वार्ड ही होंगे। इस तरह तीनो ब्लाक में 179 सीट बीडीसी के कम हो जाएंगे।