वाराणसी(काशीवार्ता)। शहर में प्रस्तावित सिक्सलेन और फोरलेन समेत छह सड़कों से 121 मंदिर और मजार स्थानांतरित किए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग ने धार्मिक स्थलों को चिह्नित करने के साथ पास में मंदिर का सुंदरीकरण कराना शुरू कर दिया है। कई मंदिर के लिए जगह मिल गई है, जिन मंदिरों के लिए नहीं मिली उसके लिए स्थान खोजे जा रहे हैं। इसके लिए जिला प्रशासन के साथ स्थानीय लोगों से जमीन की मांग की जा रही है। वहीं, मंदिर और मजार स्थानांतरित करने से पहले लोनिवि के अभियंता स्थानीय लोगों से वार्ता कर सहमति भी ले रहे हैं। सभी स्थानों पर लोगों ने पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया है।श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण होने के साथ पर्यटकों की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी हो गई है। पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए हाईवे से शहर के अंदर आने वाली सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। चौड़ीकरण के दौरान सड़क पर मंदिर और मजार पड़ रहे हैं। शासन के निर्देश पर लोनिवि एक-एक मंदिर को व्यवस्थित ढंग से स्थानांतरित कर रहा है। लोनिवि के अभियंताओं ने एक-एक मंदिर को चिह्नित करने के साथ स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर चर्चा की। बीच सड़क पर मंदिर होने और श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन करने में आ रही परेशानी को देखते हुए स्थानीय लोगों ने भी सहमति जताई। उनका कहना है कि मंदिर एक किनारे होने से लोगों को पूजा करने में कोई परेशानी नहीं होगी। पांडेयपुर चौराहे से रिंग रोड के बीच श्रीबेलवा बाबा का मंदिर सड़क पर होने पर श्रीप्रकाश सिंह ने जमीन देने पर सहमति जताई। मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।