पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत दर्ज करने के बाद बुधवार को ममता बनर्जी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले है. राजभवन में हुए एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. लेकिन शपथ लेने के बाद राजभवन में एक बार फिर तल्ख तेवर दिखे. ममता बनर्जी ने जहां सरकार बनने के बाद कोविड को पहली प्राथमिकता बताया, तो वहीं बगल में खड़े राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त की. इसके बाद ममता ने भी तुरंत ही राज्यपाल को जवाब दे दिया.
ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण के तुरंत बाद इस तरह वाद-विवाद में फंस गए हों. शपथ ग्रहण के बाद दोनों ने क्या कहा और किस मसले पर आमने-सामने आए, दोनों के बयान पढ़िए..
ममता बनर्जी ने पहले क्या कहा…
शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया को संबोधित किया. ममता बनर्जी ने कहा, ‘हमारी पहली प्राथमिकता कोरोना संकट को काबू में लाना है, इसी मसले पर दोपहर 12.30 बजे बैठक बुलाई गई है, जिसके बाद तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी.’ ममता बनर्जी ने कहा कि दूसरा बड़ा मसला है कि वह सभी राजनीतिक दलों से अपील करती हैं कि शांति बनाए रखें.
ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल को अशांति पसंद नहीं हैं, सभी संयम बनाए रखें और हिंसा ना करें. आज से हमारी सरकार कानून व्यवस्था को अपने हाथ में ले रही हैं, ऐसे में शांति को लागू करना उनकी प्राथमिकताओं में शामिल हैं. जो लोग हिंसा फैलाने में शामिल हैं, उनपर कड़ा एक्शन लिया जाएगा.
: Bengal Violence: कार्यकर्ताओं से मिलकर बोले Nadda- शहादत बेकार नहीं जाएगी
राज्यपाल ने ममता को दी नसीहत…
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार संविधान और कानून के हिसाब से चलेगी. भारत एक शानदार लोकतंत्र है, जहां सरकार कानून के हिसाब से चलती है. हम इस वक्त संकट से जूझ रहे हैं, मुझे रिपोर्ट्स मिल रही हैं लोग बंगाल को लेकर चिंतिंत हैं. मैंने मुख्यमंत्री को भी इस बारे में अवगत कराया है, चुनाव के बाद जो हिंसा शुरू हुई है वह लोकतंत्र के लिए खतरा है.
राज्यपाल ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि मुख्यमंत्री तुरंत ही राज्य में कानून का राज लागू करेंगी, मुख्य रूप से महिलाओं और बच्चों को जो नुकसान पहुंचा है, उनकी मदद की जाएगी. मैं नई सरकार से उम्मीद करता हूं कि वह संघीय ढांचे का सम्मान करेंगी और राज्य के लिए काम करेंगी. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री, मेरी छोटी बहन ममता बनर्जी इस पर एक्शन लेंगी, क्योंकि लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री बनना आसान नहीं होता है. मुझे उम्मीद है कि आप नए तरीके से शासन करेंगी.
: बंगाल में नतीजों के बाद हिंसा, जेपी नड्डा की अगुवाई में भाजपा का प्रदर्शन जारी
राज्यपाल के तंज का ममता ने दिया जवाब…
अक्सर ऐसा होता कि राज्यपाल जो राज्य में सबसे बड़े संवैधानिक पद पर है, उनके कुछ बोलने के बाद कोई संबोधन नहीं होता है. लेकिन ममता बनर्जी ने राज्यपाल द्वारा दी गई नसीहतों का तुरंत ही जवाब दिया. ममता बनर्जी ने माइक थामते ही कहा कि मैंने आज ही शपथ ली है, तीन महीने से राज्य की पूरी सरकार चुनाव आयोग के हाथ में है. चुनाव आयोग ने इस दौरान कई अफसरों का तबादला किया, नियुक्ति भी की, जिन्होंने कोई काम नहीं किया है. ऐसे में अब वो कमान संभाल रही हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करती हैं.
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब ममता बनर्जी और जगदीप धनखड़ में जुबानी जंग हुई हो. पिछले कार्यकाल में भी कई बार ऐसा मौका आया है, जब मुख्यमंत्री और राज्यपाल आमने-सामने हुए हैं. बंगाल में चुनाव के बाद से ही हिंसा का माहौल है और राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से कानून व्यवस्था को लागू करने की अपील की है.