वाराणसी में पहला कमर्शियल ऑक्सीजन प्लांट शुरू, बढ़ जाएंगे 120 बेड


वाराणसी. वाराणसी में पहला कमर्शियल ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया है, जिसके बाद ऑक्सीजन की किल्लत में कुछ और कमी आएगी. अब वाराणसी के पास ऑक्सीजन के लिए चंदौली के छह, मिर्जापुर के एक प्लांट के अलावा अपना खुद का प्लांट भी हो गया है, जिससे ऑक्सीजन का बैकअप तो बढ़ेगा ही साथ ही साथ नए ऑक्सीजन बेड बनाने का रास्ता भी आसान हो गया. वाराणसी के दरेखू गांव में यह प्लांट कामरूप इंडस्ट्री का था जो सालों से बंद पड़ा था. इस ऑक्सीजन प्लांट के संज्ञान में आने के बाद डीएम कौशल राज शर्मा ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत पहले इसे अधिग्रहित किया फिर 2 दिन में इसको चालू करने के लिए टेक्निकल लोगों और फ़र्म से खुले प्रस्ताव मांगे. कुल 5 प्रस्ताव में से अन्नपूर्णा इंडस्ट्री को इस प्लांट को चलाने की जिम्मेदारी सौंपी गई.

नई फर्म के द्वारा इसका मेंटेनेंस शुरू करने के बाद अब यहां से सप्लाई भी शुरू हो गई. इस दौरान नई फर्म के पास अलग से उपलब्ध संसाधनों से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का एक नया प्लांट भी 7 दिनों में स्थापित कर दिया गया. इस 10 टन के प्लांट में सिलेंडर फिलिंग लाइन पहले प्लांट की ही प्रयोग की गई है. एलएमओ को टैंकर के जरिए हर दिन भरा जा रहा है, जिसमें से 450 सिलेंडर भरे जाते हैं. इस नए प्लांट पर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों का कोटा स्थानांतरित कर दिया गया है. इसके अलावा होम आइसोलेशन में रह रहे और अन्य वह मरीज जिन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है वह भी यहां आकर रिफिल करा सकते हैं.

निर्धारित हुआ कोटा

जन सामान्य को ऑक्सीजन सिलिंडर रिफिल करा कर देने वाली संस्थाओं को भी 150 सिलिंडर का कोटा दिया गया है. लगभग 250 सिलिंडर का जो कोटा इससे चंदौली में मुक्त होगा, उससे 10 नए प्राइवेट अस्पतालों को कोटा जारी करके चलाने की नई स्वीकृति जारी की जा रही है. जिससे वाराणसी में लगभग 120 नए बेड बढ़ जाएंगे. इस प्रकार नया प्लांट चलने से लगभग 120 नए बेड की बढ़ोत्तरी और आम जनता को उपलब्ध होने वाले सिलिंडर में 200 की वृद्धि हो जाएगी. मौजूदा वक़्त में अलग अलग संस्थाओं द्वारा पब्लिक के लिए 350-400 सिलिंडर प्रचलन में हैं, अब ये बढ़ कर 600 तक पहुंच जाएंगे. इससे होम आइसोलेशन में रह कर ऑक्सीजन चाहने वाले लोगों को और सुविधा मिलेगी.