विदेशों की मदद पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा, कहा- केंद्र ने अपना काम किया होता ये नौबत नहीं आती


नई दिल्ली भारत इस समय कोरोना वायरस की दूसरी लहर से गुजर रहा है। ऐसे में भारत की मदद के लिए तमाम देश आगे आए हैं और भारत को इमरजेंसी मेडिकल सप्लाई भेज रहे हैं। ब्रिटेन, अमेरिका ने मई की शुरुआत होते ही भारत में विमानों के जरिए वेंटिलेटर, दवाइयां और ऑक्सीजन पहुंचाई। रविवार तक दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 25 विमानों के जरिए 300 टन राहत सामग्री पहुंच चुकी है। भारत को विदेशों से मिल रही मदद पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘विदेशी सहायता प्राप्त करने पर भारत सरकार का बार-बार छाती ठोकना दयनीय है। अगर भारत सरकार ने अपना काम किया होता, तो यह नहीं होता।’

ब्रिटेन, अमेरिका के अलावा फ्रांस भी महामारी से निपटने के लिए भारत की मदद को आगे आया है। पिछले रविवार को फ्रांस ने 8 बड़े ऑक्सीजन संयंतों समते 28 टन चिकित्सा आपूर्ति की है। फ्रांस से एक विशेष मालवाहक विमान के जरिए लगभग 17 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की मदद भारत पहुंचाई गई है।

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हालांकि विदेशों से मिल रही मदद की सही समय पर सही जगह सप्लाई न होने के कारण भारत सरकार पर सवाल भी उठाए गए हैं, लेकिन सरकार का कहना है कि वह विदेशों से मिल रही मदद को सही समय पर सप्लाई करने के लिए रात दिन काम कर रही है।