भारत में कोरोना वैक्शीनेशन के लिए कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. लेकिन रजिस्ट्रेशन के दौरान कुछ खामियां आ रही हैं, इन दिक्कतों को दूर करने के लिए सरकार ने कोविन पोर्टल पर कुछ बदलाव किया है. बता दें कि जिन लोगों ने वैक्सीनेशन के लिए अपॉइंटमेंट लिया था, लेकिन किसी कारणवश वे वैक्सीन लगवाने नहीं जा पाए थे उन्हें भी वैक्सीन लगने का मैसेज मिलने लगा था. इसी दिक्कत को दूर करने के लिए कोविन ऐप में बदलाव किए गए हैं.
चार अंकों का OTP
अब अगर आप कोविन पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हैं तो आपको चार अंकों का एक पासवर्ड या ओटीपी मिलेगा. इस ओटीपी को आपको सुरक्षित रखना पड़ेगा तभी तय तारीख को आपको वैक्सीन लग पाएगी.
अगर आप इस रजिस्ट्रेशन का प्रिंट आउट लेते हैं तो इसमें ओटीपी लिखा होगा. बड़ी बात यह है कि टीका देने वाले स्टाफ को इस ओटोपी की जानकारी नहीं होगी. वैक्सीनेशन सेंटर पर टीका लगाने वाले शख्स से ये कोड पूछा जाएगा.
आपके द्वारा बताए गए कोड को वैक्सीनेशन सेंटर का स्टाफ कोविन पोर्टल पर डालेगा, ताकि इस बात की पुष्टि हो जाए कि टीकाकरण पूरा हो चुका है.
कोविशील्ड या कोवैक्सिन चुनने की आजादी
लोगों की सुविधा के लिए कोविन ऐप पर और भी बदलाव किए गए हैं. अब आप जैसे ही मेन डेशबोर्ड पर अपने रजिस्ट्रेशन के लिए अपने इलाके का पिन कोड या जिले का नाम डालेंगे तो आपके सामने 6 नए विकल्प खुलेंगे.
ये विकल्प हैं.
1. Age 18+
2. Age 45+
3. Covishield
4. Covaxin
5. Free
6- Paid
इन विकल्पों में आप अपनी सहूलियत और सुविधा के अनुसार विकल्प चुन सकते हैं. अब आपके पास वैक्सीन का ब्रांड, मुफ्त या शुल्क के समेत चुनने की सुविधा है.
बता दें कि कोविन में इस बदलाव से पहले वैक्सीन लगवाने के बाद आपको संदेश आता था. इसके बाद आपको पता चल पाता था कि आपको कौन सी वैक्सीन लगाई गई है. लेकिन इस नए बदलाव से सारी जानकारी आपको पहले ही मिल जाएगी. दरअसल, कई लोगों ने मांग की थी कि उन्हें ये चुनने का अधिकार दिया जाए कि वे किस कंपनी की वैक्सीन लगवाना चाहते हैं. भारत में अभी कोविशील्ड और कोवैक्सीन दो वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही हैं.