नेशनल मेडिकोज ने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा बढ़ाने पर दिया जोर


वाराणसी (काशीवार्ता)। नेशनल मेडिकोज आर्गेनाईजेशन की राष्ट्रीय डॉक्टरों की चिंताओं, वेतन मुद्दों, सदस्यता अभियान, हरित पहल, मासिक कार्यकारी परिषद की एक महत्वपूर्ण बैठक गत दिनों ऑनलाइन मोड के माध्यम से आयोजित की गई। इसमें 20 से अधिक पदाधिकारियों और विशेष आमंत्रितों ने भाग लिया। एनएमओ सामाजिक कार्यों में लगे चिकित्सा बिरादरी के सबसे बड़े अखिल भारतीय संगठनों में सेएक है | महामारी के दौरान विभिन्न राज्यों के इकाइयों द्वारा की गयी गतिविधियों कीधर्म स्वच्छता, किशोर स्वास्थ्य, स्वास्थ्य शिविर आदि से संबंधित थे।यह निर्णय लिया गया कि एनएमओ की अंतर्राष्ट्रीय शाखा को भी विशेष रुप में यूएसए और यूके में सक्रिय रुप से मजबूत किया जाएगा ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं की पहुंच बढ़ाने के लिए वा [दाय आधारित शिक्षण की शुरुआत पर जोर दिया गया। यह भी कप किया गया कि चिकित्सा

मीक्षा की। एनएमओ जर्नल और नई वेबसाइट की सामग्री जैसी अनुसंधान पहलों पर भी चर्चा हुई ।समुदाय के संगठन की बढ़ी हुई उपस्थिति को सूचीबद्ध करते हुए आने वाले वर्ष के लिए एक रोड मैप को अंतिम रुप दिया गया। सभी कोविड योद्धाओं के सम्मान में एक सर्वसम्मत पाठ्यक्रम को समाज की जरुरतों और छात्रों की प्रतिक्रिया के डिजाइन किया जाना चाहिए। कित्सा सेवाओं की शुरुआत करके स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधारकी आवश्यकता पर भी बल दिया गया। बैठक में मुख्य रुप से डा. संतीश मिढा (राष्ट्रीय अध्यक्ष), डा.गिरीश शर्माप्रस्ताव भी पारित किया गया। चर्चा किए गए अन्य मुद्दे मेडिकल छात्रों और रेजिडेंट (सेकेट्ररी),डा.विशंभर सिंह (जनरल
सेकेट्री) वडा.अक्षय धारीवाल मौजूद रहे ।