धर्म नगरी काशी में धर्मांतरण की एजेंसियां गुपचुप तरीके से सक्रिय रहती हैं और मजबूरी का फायदा उठाकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराती हैं। पिछले मामलों पर नजर डालें तो धर्मांतरण की ज्यादातर शिकायतें पिंडरा, चौबेपुर, शिवपुर सहित शहर से दूरदराज के इलाकों से आती हैं। यहां शादी, मदद और गरीबी का फायदा उठाकर कई तरह की एजेंसियों की सक्रियता की सूचना आती रही हैं।
हालांकि पुलिस के पास अब तक इस मामले में कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। मगर, यूपी एटीएस की शिकायत के बाद पुलिस अब ऐसे गैंग के वाराणसी कनेक्शन को तलाशने में जुट गई है।
वाराणसी में हिंदू लड़कियों की शादी दूसरे धर्म के लड़कों से होने के बाद नाम परिवर्तन कर धर्मांतरण के मामले सामने आते रहते हैं।हिंदू संगठनों की ओर से ज्यादातर शिकायतें थाने में दर्ज होती रही हैं, मगर ज्यादातर मामलों में सुलह समझौता के बाद मामला दब जाता है।
केस-1
पिंडरा बाजार के पास रहने वाले एक युवक की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। सितंबर 2020 में पड़ोस में रहने वाले युवक ने पैसा और इलाज का लालच देकर एक चर्च में धर्म परिवर्तन का प्रयास किया था। हिंदू संगठनों के हस्तक्षेप के बाद आरोपी फरार हो गया था। इसकी जांच पुलिस ने की थी। हालांकि मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।