बलिया । यूपी के बलिया में बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बैरिया थाना क्षेत्र के मठ योगेंद्र गिरि चट्टी के समीप नई बस्ती गांव में शुक्रवार सुबह टूटकर गिरे तार की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई। तार रात में ही गिरा था, सूचना के बावजूद बिजली विभाग से न तो आपूर्ति ठप की और न ही तार को दुरुस्त किया था।
नाराज लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ एनएच-31 पर जाम लगा दिया। मृतक के परिजनों को पांच लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग की। इसके बाद एसएचओ बैरिया राजीव कुमार मिश्रा के समझाने पर लोगों ने जाम समाप्त किया। वहीं सांसद की सख्ती के बाद एसई ने लापरवाही के आरोप में जेई को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा निजी लाइनमैन को बर्खास्त किया।
नई बस्ती के लोगों ने बताया कि बृहस्पतिवार की रात बिजली का तार टूट कर गिर गया था। इसकी सूचना बस्तीवासियों की ओर से बिजली विभाग को दी गई थी। इसके बाद भी न बिजली काटी गई और न ही तार दुरुस्त किया। शुक्रवार की भोर में बस्ती निवासी चंदा देवी (35) पत्नी अनंत साह का गलती से पैर तार पर पड़ गया। इससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई। नाराज लोगों ने एनएच-31 पर जाम लगा दिया। बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए अड़ गए।
एसएचओ बैरिया राजीव कुमार मिश्रा के समझाने पर जाम समाप्त किया। जेई विनोद भारद्वाज ने बताया कि बृहस्पतिवार को बीएसएनएल फेल था। इससे संपर्क नहीं हो पाया। सूचना समय से मिली होती तो बिजली काट दी गई होती। रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को दी जा रही है। मृतका के परिजनों को पांच लाख की आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी। वहीं बस्ती वालों का कहना है कि सूचना रात में ही बिजली विभाग को दे दी गई थी।
सांसद हुए सख्त, जेई निलंबित व लाइनमैन बर्खास्त सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने बिजली से बार-बार हो रही मौत पर कड़ा रुख अख्तियार किया। मामले में सांसद ने बिजली विभाग के एसई रविंद्र कुमार जैन को स्पष्ट कहा कि संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। सांसद से वार्ता के क्रम में एसई ने संबंधित जेई विनोद भारद्वाज को निलंबित कर दिया। घटनास्थल क्षेत्र में तैनात निजी लाइनमैन को बर्खास्त कर दिया गया। एसई रविंद्र कुमार जैन ने कहा कि मृतक के परिजनों को जल्द ही पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।