पानीपत। गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा के स्वागत के लिए उनके गांव में बड़ा स्वागत समारोह होगा। नीरज के परिवार ने देसी घी के 50 क्विंटल लड्डू और अन्य खाद्य पकवान बनवाने का हलवाइयों काे ऑर्डर दिया है। बताया जा रहा है कि, उनके गांव खंडरा में 20 हजार से ज्यादा लाेगाें की दावत का खाना तैयार होगा। इस भोज का आयोजन उस दिन होगा, जिस दिन नीरज घर आएंगे। गांववाले भी आयोजन की तैयारियों में जुटे हैं। हर ओर नीरज की ही चर्चा हो रही है।
नीरज के परिवार के करीबियों के मुताबिक, गांव में गुरुवार से 30 हलवाई लड्डू समेत अन्य सामान बनाने की तैयारी में जुट गए हैं। जिस दिन नीरज आएंगे उस दिन करीब 150 हलवाई काम करेंगे। परिवार की महिलाओं ने कहा कि, भाला-फेंक के खेल में गोल्ड मेडल जीतकर लौटे लाल का इंतजार परिवार और ग्रामीण बेसब्री से कर रहे हैं। यहां तक कि, पानीपत शहर में भी उनके स्वागत की खूब तैयारियां की गईं।
नीरज की जीत पर नाचे मंत्री, घर भी आए
नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक गेम्स में 7 अगस्त को फील्ड एंड ट्रैक इवेंट में बतौर जेवलिन थ्रोअर गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया था। 23 वर्षीय नीरज के इस कारनामे के बाद से ही उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया। उनके घर भारी भीड़ जमा होने लगी। प्रधानमंत्री से रक्षामंत्री, गृहमंत्री एवं लगभग सरकार के सभी विभागों ने नीरज की प्रशंसा की। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज तो खुशी से नाचने लगे। अनिल विज ने भांगड़ा डांस किया। उसके बाद अनिल विज पानीपत स्थित नीरज चोपड़ा के गांव भी आए। जहां मंत्री विज ने उनके माता-पिता को प्रणाम किया और उनके चरण स्पर्श किए। हालांकि, परिजन विज को सर-सर बोलकर उन्हें ऐसा करने से रोकते रहे। इसके बाद विज बोले कि, मैं यही करते तो आया हूं।
खिलाड़ियों पर हरियाणा सरकार की धनवर्षा- बजरंग पूनिया को 2.5 करोड़, नीरज चोपड़ा को 13 करोड़
विज ने कहा, “आज मैं उस बच्चे के माता-पिता के चरण स्पर्श करने आया हूं, जिन्होंने ऐसे वीर सपूत को जन्म दिया। नीरज हमारा वीर सपूत है, जिसने गोल्ड जीतकर इतिहास रचते हुए देश का नाम पूरे विश्व में प्रसिद्ध कर दिया।” विज ने कहा कि, “टोक्यो ओलिंपिक में हरियाणा के खिलाड़ियों ने देश को दुनिया में नई पहचान दी।”
विज के समर्थकों के मुताबिक, नीरज चोपड़ा के गांव खंडरा पहुंचकर विज ने नीरज चोपड़ा के पिता सतीश चोपड़ा और माता सरोज देवी को पहले माला और फिर पगड़ी पहनाई। साथ ही उन्होंने दोनों को फलों की टोकरी भी भेंट की।