वाराणसी में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव बृहस्पतिवार को ठहर गया और शुक्रवार सुबह से घटने लगा। वाराणसी में गंगा के जलस्तर में बढ़ाव बृहस्पतिवार को ठहर गया और शुक्रवार सुबह से घटने लगा। सुबह आठ बजे तक एक सेंटीमीटर प्रतिघंटा से गंगा का जलस्तर घट रहा था जो सुबह 10 बजे तक थोड़ा और तेज हो गया। अब मिर्जापुर, भदोही और चंदौली में बाढ़ में कमी आने लगी है। जबकि गाजीपुर और बलिया में गंगा फिलहाल स्थिर हैं।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शुक्रवार सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 72.26 मीटर पर बना हुआ है। गुरुवार की सुबह आठ बजे गंगा का जलस्तर 72.262 मीटर दर्ज किया गया था। इसके बाद 11 बजे से गंगा में ठहराव बना रहा जो अब तक जारी है। घटाव की रफ्तार एक सेंटीमीटर प्रतिघंटा है।
केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन के अनुसार प्रयागराज में गंगा तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उतरने लगी हैं। इसी के कारण बनारस में भी जलस्तर में गिरावट होने की संभावनाएं जताई गई हैं। वहीं वरुणा पार और सामनेघाट के इलाकों में बाढ़ से परेशानी बढ़ गई हैं।
गलियों का टूटा संपर्क, बढ़ी परेशानियां
गंगा के जलस्तर में बढ़ाव के कारण अस्सी से राजघाट के बीच कई गलियों का संपर्क भी टूट गया है। लोगों को घुटने भर से अधिक पानी में डूबकर घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है। बृहस्पतिवार की भोर में गंगा दशाश्वमेध घाट व शीतला घाट की गलियों में प्रवेश कर गईं। इसके कारण सब्जी मंडी से लेकर बाजार तक पानी भर गया। सब्जी मंडी की सभी दुकानें बंद रहीं। वहीं गलियों में रहने वाले लोगों को बाढ़ के पानी से होकर गुजरना पड़ा।
खतरे के निशान से 1.60 मीटर ऊपर बह रहीं गंगा
बनारस में गंगा का पानी खतरे के लाल निशान 71.26 मीटर से 1.6 मीटर ऊपर 72.32 पर बह रहा है। काशीवासियों के लिए राहत की खबर यह है कि सुबह 11 बजे से देर रात तक गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। इस सूचना के बाद निचले और तटवर्ती इलाकों के लोगों ने राहत की सांस ली है।