शिमला,: केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने राजनेताओं को खेल निकायों का प्रमुख बनाए जाने का बचाव किया है। शुक्रवार को शिमला में प्रेस वार्ता में राजनेताओं के खेल निकायों का नेतृत्व करने को लेकर उनका पक्ष पूछे जाने पर ठाकुर ने कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कोच ने भी वही खेल खेला हो। हमारे पास ऐसे कई उदाहरण हैं, जो अच्छे खिलाड़ी नहीं रहे लेकिन सफल कोच रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि फेडरेशन और एसोसिएशनों को अपने सदस्यों और पदाधिकारियों को चुनने की स्वतंत्रता है। ऐसे ये उनका फैसला है।
केंद्रीय खेल मंत्री ने खेलों को बढ़ावा देने के सवाल पर कहा, मैं कुछ बातों में बिल्कुल स्पष्ट हूं। स्टेडियम, अकादमी के लिए ज़मीन चाहिए। जहां-जहां जमीन मिलेगी वहां-वहां हम खेलों की सुविधा के लिए कोई कमी नहीं छोड़ेंगे।
हिमाचल को विश्व में दिलाई जाएगी पहचान
अनुराग ठाकुर ने अपने हिमाचल दौरे को लेकर कहा कि संसद का सत्र समाप्त होते ही सभी मंत्री अपने-अपने राज्यों के संसदीय क्षेत्रों में गए। मेरा भी 5 दिन का दौरा बना है, इसमें लगभग 90 कार्यक्रम होंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल की कला और संस्कृति का अपना अलग महत्व है और हिमाचल प्रदेश की कला और संस्कृति को आने वाले 10 सालों के भीतर विश्व में अलग पहचान दिलाना मेरी प्राथमिकता है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि वोकल फॉर लोकल हमारा बड़ा अभियान है, इसमें हमें हिमाचल के सभी स्थानीय चीजों, संस्कृति को बढ़ावा देना है। हिमाचल का संगीत हो या दूसरी चीजें जोकि पूरे देश में चर्चित है, वो सब हमारी विरासत है। हम अपनी इस विरासत को लुप्त नहीं होने देंगे, पूरे विश्व में पहुंचाएंगे यह हमारा संकल्प है। हमारे प्रदेश की चित्रकला दुनिया मे कुछ भी प्रभाव छोड़ सकती है हमें इसे दुनिया तक पहुंचना है।