लखनऊ, माफिया डान और बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के साथ उनके बेटे मन्नू अंसारी आज यानी शनिवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए। इसके साथ ही अंबिका चौधरी ने भी बेटे से साथ घर वापसी (सपा) की। अंबिका चौधरी मुलायम सिंह यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं और लोकसभा चुनाव के दौरान बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए थे।
पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय पर सदस्यता दिलाई। बता दें कि मऊ से बीएसपी विधायक मुख्तार अंसारी के भाई पूर्व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी आज समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। उनके साथ उनके बेटे मुन्नू अंसारी भी थे। तो वहीं, अंबिका चौधरी ने कहा कि मेरे लिए आज का दिन मेरे पुनर्जन्म की तरह है। आज मेरे पास शब्दों का अभाव हो गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि मुझे और मेरे बेटे आनंद के साथ सब को पार्टी में जगह दी।
अंबिका चौधरी 1993 से लगातार विधायक रहे। 2017 में बसपा से चुनाव लड़े लेकिन हार गए, पंचायत चुनाव में उनके बेटे ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली और जिला पंचायत अध्यक्ष बने। अंबिका चौधरी ने कहा कि मेरे मन में एक अभिलाषा है कि 2022 में अखिलेश यादव को 2022 में सीएम बनता देखूं। 2022 के विधान सभा चुनाव में हमारे सामने एक मात्र लक्ष्य है कि हमको हमारी सरकार बनानी है। शहर से लेकर गांव तक में सभी लोग अखिलेश यादव के साथ अपना नाम जोड़ना चाहते हैं। अभी की सरकार से सभी लोगों का मन टूटा हुआ है।
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वहीं, मुहम्मदाबाद विधानसभा से दो बार विधायक रहे चुके मुख्तार के बड़े भाई सिबगतुल्लाह समर्थकों के साथ गाजीपुर से लखनऊ पहुंचे। सिबगतुल्लाह अंसारी गाजीपुर की मोहम्मदाबाद सीट से विधायक रह चुके हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा की अलका राय से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। अब एक बार फिर वो सपा का दामन थाम रहे हैं, ऐसे में लगभग तय है कि उन्हें या उनके बेट को 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा वहां से टिकट देगी। ऐसे में गाजीपुर की सियासत एक बार फिर से दिलचस्प होने जा रही है।