राष्ट्रीय विचारधारा से जोड़ने का साधन है संघ की शाखा


वाराणसी (काशीवार्ता)। काशी विभाग के कार्यवाह त्रिलोक जी ने आज यहां कहा कि आम लोगों को राष्ट्रीय विचारधारा से जोड़ने का प्रमुख संसाधन संघ का शाखा आयोजन है। त्रिलोक जी आज खुण्टे निवास (राजमंदिर) स्थित धनधान्येश्वर महादेव मंदिर में संघ की प्रथम शाखा आयोजन दिवस की वर्षगांठ पर आयोजित बौद्धिक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शाखा में आने वाले लोगों की मानसिकता ऊंच- नीच के भेदभाव से परे होती है। शाखा में भाग लेने वाले सदस्य सिर्फ राष्ट्र उत्थान के बारे में चर्चा कर आम लोगों का जीवन स्तर समृद्धि करने के उपाय ढूंढते हैं। दुनिया में देश का मान बढ़ाने एवं देश में भाईचारा के रिश्ते को प्रगाढ़ करने के मंत्र दिये जाते हैं। कहा कि वर्ष 1931 में आज ही के दिन इसी धनधान्येश्वर मंदिर में संघ की प्रथम शाखा लगी थी और इके बाद से ही दुनिया भर में संघ का विस्तार हुआ। बौद्धिक के पूर्व संघ की ओर से ब्रह्माघाट क्षेत्र में स्वयं सेवकों ने बैंड की धुन पर पथ संचलन निकाला जो धन धान्येश्वर मंदिर पहुंचकर समाप्त हुआ। बौद्धिक में अखिल भारतीय शारीरिक टोली के सदस्य रामचन्द्र पाण्डेय, उत्तर भाग संचालन वीरेन्द्र जी, सहभाग संचालक जयंती जी, नगर कार्यवाहक मान जी, उत्तर भाग प्रचार प्रमुख राजेश पाण्डेय समेत अन्य लोगों ने भी विचार रखे।