बैंकिंग फ्रॉड पर राहुल ने लोस में सरकार को घेरा


नई दिल्ली। लोकसभा में सोमवार को प्रश्नकाल के दौरान राहुल गांधी ने बैंकिंग फ्रॉड का मुद्दा उठाते हुए सरकार को घेरा और 50 सबसे बड़े विलफुल डिफॉल्टर्स का नाम बताने को कहा। जवाब में वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 25 लाख रुपये से अधिक का डिफॉल्ट करने वाले सभी लोगों के नाम वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। इस दौरान उन्होंने यस बैंक के फाउंडर राणा कपूर और प्रियंका गांधी के बीच पेटिंग सौदे को लेकर भी तंज कसा। लोकसभा में राहुल गांधी ने कहा, ‘भारतीय इकॉनमी बहुत बुरे दौर से गुजर रही है। हमारी बैंकिंग व्यवस्था काम नहीं कर रही है। बैंक फेल हो रहे हैं, और मौजूदा वैश्विक हालात में और भी बैंक डूब सकते हैं। इसका मुख्य कारण है, बैंकों से पैसों की चोरी। मैंने पूछा था कि टॉप 50 विलफुल डिफॉल्टर्स हिंदुस्तान में कौन हैं? मुझे जवाब नहीं दिया गया। मुझे घुमा-फिराकर जवाब दिया है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि जिन लोगों ने हिंदुस्तान के बैंकों से चोरी की है उनको पकड़कर लाऊंगा, मैंने प्रधानमंत्री जी से पूछा कि वे 50 लोग कौन हैं?’
अनुराग ठाकुर ने उत्तर देते हुए कहा, ’25 लाख रुपये से अधिक का डिफॉल्ट करने वाले सभी लोगों के नाम सीआईसी की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। इसमें छिपाने वाली कोई बात नहीं है। कुछ लोग अपने किए गए पापों को दूसरे के सिर मढ़ना चाहते हैं। 25 लाख रुपये से ज्यादा के डिफॉल्ट करने वालों की वेबसाइट पर उपलब्ध हूं। यदि आप चाहते हैं कि मैं पढ़ूं तो पढ़ सकता हूं। इनके जमाने में जो लोग पैसा लूटकर भाग गए। मोदी सरकार ने कानून बनाया और 4 लाख करोड़ रुपये से अधिक वापस आए। हमारी सरकार ने उनकी प्रॉपर्टी जब्त की।’ अनुराग ठाकुर ने राणा कपूर और प्रियंका गांधी के बीच 2 करोड़ रुपये में हुए पेटिंग सौदे का जिक्र करते हुए कहा, ‘कुछ सदस्य कह रहे हैं कि मैं पेटिंग का बात करूं। मैं राजनीति नहीं करना चाहता। पेटिंग किसने बेची और किसके खाते में पैसा गया। फोटो ग्राफ उनके साथ इनके वित्त मंत्री के साथ नजर, पेटिंग इनकी बिकी। वरिष्ठ सदस्य का सवाल दिखाता है कि इस विषय में उनकी समझ कितनी कम है।’ पेटिंग का जिक्र आते ही कांग्रेस के सांसद हंगामा करने लगे, अधीर रंजन चौधरी ने भी सीट से खड़े होकर आपत्ति जाहिर की।
संसद से बाहर निकलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘जब आप संसद में सवाल पूछते हैं तो मंत्री जवाब देते हैं फिर आप दूसरा सवाल पूछते हैं, लेकिन आज मैंने सवाल पूछा, मंत्री ने जवाब नहीं दिया। मैंने पूछा था कि सबसे बड़े 500 डिफॉल्टर्स कौन हैं। स्पीकर की ड्यूटी है कि मेरे अधिकारों की रक्षा करें, लेकिन उन्होंने मुझे दूसरा सवाल पूछने नहीं दिया।’