लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को मुरादाबाद में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को भवनों की चाबी वितरित की। इस दौरान उन्होंने पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने से पहले सामान्य नागरिकों को बुनियादे सुविधाएं भी नहीं मिल पाती थी। कानून व्यवस्था की स्थिति भी खराब थी।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में आस्था के हिसाब से त्योहारों का आयोजन नहीं करने दिया जाता था। न बिजली आती थी, न चलने के लिए सड़क थी। न पेयजल की व्यवस्था थी। न स्वास्थ्य की सुविधाएं थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकार प्रदेश की 24 करोड़ जनता को परिवार का हिस्सा नहीं मानती थी। उन लोगों ने गरीबों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का काम नहीं किया। जबकि केंद्र सरकार 2014 के बाद लगातार प्रदेश सरकार से कहत रही थी कि गरीब व्यक्ति को आवसीय योजना का लाभ मिलना चाहिए।
अखिलेश पर बरसे योगीमुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले केन्द्र की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए मोदी सरकार द्वारा प्रदेश की पिछली सरकार से सूची मांगी जाती थी, ताकि गरीब परिवार का कल्याण हो सके। तब पिछली सरकार में बैठे लोगों को वह सूची तक देने की फुर्सत नहीं थी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में बैठे लोग समाज को बांटने में लगे रहते थे। उनकी विभाजन की प्रवृति अभी तक नहीं गई है। कल मैं सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की बातें सुन रहा था। वो इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना जिन्ना से कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का बयान अत्यंत शर्मनाक है। सरदार वल्लभ भाई पटेल भारत की एकता और अखंडता के शिल्पी हैं। कल सपा प्रमुख की विभाजनकारी मानसिकता सामने आ गई। जब उन्होंने जिन्ना को समकक्ष रख के सरदार वल्लभ भाई पटेल की तुलना की।