लौह पुरूष के एकता की भावना शक्ति बोध हेतु आवश्यक-राहुल


वाराणसी (काशीवार्ता)। सम्पूर्ण भारत को एकता के सूत्र में पिरोने वाले सरदार पटेल की जयन्ती को सन्त अतुलानन्द कॉन्वेंट स्कूल कोईराजपुर में राष्ट्रीय एकता दिवस एक भारत श्रेष्ठ भारत के रूप में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व एमएलसी चेत नारायन सिंह ने किया। मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता व पद्मश्री डॉ.रजनीकांत की उपस्थिति से विद्यालय परिसर महिमामण्डित हो गया। विद्यालय के विभिन्न हाउस ने मिलकर भारत की माटी के विविध रंगो की इन्द्रधनुषी छटा बिखेरी जिसमें कश्मीर से कन्याकुमारी एवं गुजरात से पूर्वोत्तर भारत तक के राज्यों की वेशभूषा, कला-संस्कृति, खान-पान एवं साहित्य का सुन्दर प्रतिबिम्ब एक ही दर्पण में दिखाई दिया। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृृंखला में विभिन्न लोक गीतों के माध्यम से कहीं सुर-लय-ताल की त्रिवेणी बही तो कहीं विविध प्रान्तों के परिधानों में सुसज्जित विद्यार्थियों ने लोक नृत्य के माध्यम से सम्पूर्ण भारत के दर्शन को प्रत्यक्ष कर दिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण वाराणसी के स्थानीय कलाकारों के हुनर को वैश्विक स्तर पर पहचान देते जीआई प्रोडक्ट के स्टाल लगाए गये थे, जिसका सभी ने जमकर लुत्फ उठाया । विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी मीना चौबे, पीसीएस गिरीश कुमार द्विवेदी, अन्तर्राष्ट्रीय पहलवान व उप-पुलिस अधीक्षक जगदीश कालीरमन, नन्हे सिंह, कवि अनिल चौबे, डॉ.पुष्पा, स्वामी जगदीश्वरानन्द, संयुक्त शिक्षा सचिव प्रदीप सिंह की उपस्थिति प्रेरणादायक रही। संस्था सचिव राहुल सिंह व विद्यालय की निदेशिका डॉ.वन्दना सिंह ने विद्यार्थियों के भीतर लौह पुरूष के सपनों को साकार करते राष्ट्रीय एकता की भावना को देश के शक्ति बोध हेतु अति आवश्यक बताया। प्रधानाचार्या ममता कुमार सिंह ने सभी अभ्यागतों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह उप प्रधानाचार्या डॉ.नीलम सिंह के कुशल नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। संचालन ईशानी सिंह, सृष्टि सिंह, नैवेद्य शेखर, अंशिका भगत, नव्या सिंह एवं नमामि दास द्वारा किया गया।