राजभर वोटों को अपने पाले में करेगी बसपा


गाजीपुर (काशीवार्ता)। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही विभिन्न पार्टियां अपने अपने तरकस में रखे तीर से वोटरों पर निशाना साधना शुरू कर दी हैं। जहूराबाद विधानसभा में बीते शनिवार को बसपा ने बुझारत राजभर को अपना उम्मीदवार बनाकर भाजपा को बड़ी चुनौती पेश की है। 90 हजार दलित और 70 हजार राजभर वोटों के बूते बसपा ने बुझारत को विधायक बनाने के लिए एक तीर से कई निशाने साधे हैं। इसको लेकर सपा के साथ ही सत्ताधारी दल भाजपा में खलबली मची हुई है।
जहूराबाद के जातिगत समीकरणों पर एक नजर दौड़ाई जाए तो इस विधानसभा में सर्वाधिक 90 हजार दलित, 70 हजार राजभर, 35 हजार चैहान, 30 हजार राजपूत, 20 हजार ब्राम्हण, भूमिहार 25 हजार और अन्य जातियां करीब 80 हजार बताई जा रही हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा एवं सुभासपा के संयुक्त उम्मीदवार रहे ओमप्रकाश राजभर ने 86538 वोट पाकर बसपा के कालीचरण राजभर को हराया था। पूर्व विधायक कालीचरण राजभर 68502 वोट पाए थे। अब पूर्व
विधायक कालीचरण राजभर सपा में हैं। जंगीपुर विधानसभा के नगवां गांव निवासी एवं पुराने बसपाई के साथ ही दो बार जिला पंचायत सदस्य दूधनाथ ऊर्फ बुझारत राजभर को बसपा ने जहूराबाद विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है। शनिवार को नेशनल इंटर कालेज कासिमाबाद में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में मुख्य जोन कोआर्डिनेटर प्रयागराज, वाराणसी एवं आजमगढ़ विजय प्रताप ने अमरजीत गौतम वारणसी मिजार्पुर विशिष्ट अतिथि रामचंद्र गौतम, मुख्य सेक्टर प्रभारी वाराणसी, डा. विनोद, संजय मौर्या, रामप्रकाश गुड्डू मुख्य सेक्टर प्रभारी गाजीपुर और जिलाध्यक्ष अजय कुमार भारती की मौजूदगी में बुझारत को बसपा का उम्मीदवार घोषित किया। बुझारत राजभर लगातार दलितों के साथ ही राजभर बस्तियों में कार्यक्रम करके अपनी जीत सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं। सियासी के जानकारों का कहना है कि अगर दलितों ने 70 प्रतिशत और राजभरों ने 60 प्रतिशत भी बसपा को अपना वोट दिया तो अन्य वोटों के जुड़ने से बसपा के बुझारत सपा और भाजपा को कड़ी टक्कर देने में सफल हो जाएंगे। आज की तारीख में बसपा उम्मीदवार काफी मजबूत माने जा रहे हैं। लेकिन कालीचरण राजभर मैदान में आते हैं तो बुझारत को थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। बुझारत का कहना है कि राजभर समाज के लोग जहूराबाद में बदलाव चाहते हैं। टूटी सड़कें विकास शून्य हो चुके जहूराबाद को बसपा ही विकास के रास्ते पर आगे ले जा सकती हैं। इसके अलावा बसपा जल्द ही अन्य विधानसभाओं में भी अपने उम्मीदवार कार्यकर्ता सम्मेलन करके उतारने जा रही हैं। जिसमें मुहम्मदाबाद से वीरेंद्र राय के पुत्र माधवेंद्र राय, जंगीपुर डा. मुकेश, सदर से विजय मिश्रा और राजकुमार गौतम ने दावेदारी ठोंकी है। इसमें पूर्व मंत्री विजय मिश्रा मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। उनका लगभग बसपा ने टिकट भी अंदरखाने फाइल कर दिया है। इसके साथ ही जंगीपुर से डा. मुकेश सिंह को बहनजी का आशीर्वाद भी मिल चुका है। वैसे यहां से पूर्व विधायक उमाशंकर कुशवाहा भी अपना टिकट पक्का मानकर चल रहे हैं। जखनियां से पूर्व एमएलसी शिवबोध राम और जमानियां से परवेज खान मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। अगर बसपा ने जमानियां से परवेज को मैदान में उतारती है तो पूर्व मंत्री का सियासी नुकसान तय माना जा रहा है। सैदपुर की सीट पर अभी तक कोई ऐसा दावेदार नहीं दिखाई दे रहा है जिसकी चर्चा पार्टी कार्यकर्ता कर सकें।