अजीत सिंह,
गाजीपुर (काशीवार्ता)। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे बसे सुल्तानपुर की धरती से पीएम मोदी की गरजना ने यूपी की सियासत में महाभारत छेड़ दिया है। मोदी-योगी की विकास की केमेस्ट्री ने जहां विरोधी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा, वहीं विकास से दशकों अछूते रहे पूर्वांचल के लोगों में एक नई आशा जगा दी। एक्सप्रेस-वे पर लाखों, करोड़ों हजार के विकास की नई संभानाओं को 21 स्थानों पर जन्म दे गए मोदी ने यह भी बता दिया कि अब यूपी की सत्ता की कुर्सी तक पहुंचने के लिए विपक्षी पार्टियों को भी विकास के एक्सप्रेस-वे पर सफर तय करना होगा। वर्ष 2012 से 2017 तक यूपी के सीएम रहे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने जब 2016 में समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया था, तब उन्होंने यह नहीं सोचा था कि लखनऊ से गाजीपुर तक बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे यूपी की सत्ता का बड़ा पावर सेंटर बनेगा। यूपी में वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में धमाकेदार इंट्री करने वाली भाजपा ने जब योगी को सीएम बनाया तो उन्होंने सबसे पहले समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को लपक लिया। यानि अपनी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल कर लिया। उन्होंने तीन वर्ष पहले पीएम से इसका शिलान्यास समाजवादियों के गढ़ आजमगढ़ से कराया। इसका बड़ा संदेश पीएम मोदी ने विरोधियों को दिया। कल जब पीएम मोदी सुल्तानपुर के कूड़ेभार गांव में स्थित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर फाइटर प्लेन से उतरे तो उसकी गर्जना से पूर्वांचल की सियासी धरती थर्रा उठी। इस दौरान पीएम का भाषण खत्म हुआ तो कई फाइटर प्लेन को यहां पर उतारकर पीएम मोदी ने पहली बार यह प्रयोग करके पूर्वांचल के मतदाताओं को 2022 का निर्णय लेने के लिए विवश दिया और उन्हें यह भरोसा दिया कि यूपी समेत पूर्वांचल का विकास सिर्फ भाजपा करने में समक्ष है। उन्होंने पूर्व की आठ वर्ष पुरानी सरकारों की विफलताओं की भी याद दिलाई। यहां तक कहा कि किस तरह से इन लोगों ने पूर्वांचल की उपेक्षा की। बार-बार भाषण में योगी का नाम लेकर कहे कि आप लोगों ने 2017 में योगी और इससे पहले से मुझे सेवा करने का मौका दिया, यह हमारे लिए गर्व की बात है। पीएम के इस भाषण से अब यह तय हो गया है कि यूपी की सियासी कुरूक्षेत्र की इस धरती पर योगी के विजय रथ पर कृष्ण की भूमिका में मोदी बैठेंगे। एक्सप्रेस-वे के किनारे पीएम मोदी का यह विकास वाला भाषण सिर्फ यूपी की सियासत में उछथल पुथल नहीं मचा रहा है, बल्कि इस भाषण ने अगले वर्ष पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ा असर डालेगा। भाजपा की इस सियासी रणनीति की काट करने आज बुधवार को पूर्व सीएम अखिलेश जिले के पखनपुरा में आ रहे हैं, जिस पर भाजपा की पैनी नजर है।