गाजीपुर (काशीवार्ता)। कभी समाजवादियों की गढ़ रही जमानियां विधानसभा में मौजूदा विधायक सुनीता सिंह विकास के बूते दोबारा कमल खिलाने में जुटी हुई हैं। ताबड़तोड़ विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करके उन्होंने यह संदेश देने की कोशिश किया है कि अब जर्जर सड़कों के लिए जमानियां नहीं जाना जाएगा। विकास के बूते जमानियां की अर्थ व्यवस्था पहले से और मजबूत हुई है। साढ़े सात सौ करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला पावर प्रोजेक्ट सुनीता के विकास में जहां चार चांद लगाएगा, वहीं बेरोजगारों एवं गरीबों के चेहरे पर बड़ी मुस्कान लेकर आएगा। इसको लेकर विधायक ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है। जिस पर शासन गंभीरता से विचार कर रहा है। यह प्रयास विरोधियों को हर स्तर पर मात देने के लिए मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है।छह बार विधायक, एक बार सांसद एवं दो बार सपा सरकार में मंत्री रहे पार्टी के कद्दावर नेता ओमप्रकाश सिंह को 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रही सुनीता सिंह ने दमदारी से चुनाव लड़ते हुए उन्हें तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया था। 2017 में सुनीता ने जब कमल खिलाया तो अचानक यह विधानसभा सीट पूरे प्रदेश में चर्चा में आ गई थी। सुनीता सिंह को देखने और मिलने वालों का तांता लग गया था। लोग उस समय उनसे मिलना चाहते थे। उस समय जमानियां की बदहाल सड़कें एवं खराब हो चुके टीबी रोड को देखकर
कोई भी व्यक्ति गहमर एवं बारा नहीं जाना चाहता था। पूरी विधानसभा की सड़कें टूट चुकी थी। लोग सिर्फ चेहरे के बूते जनता को अपने पक्ष में करते थे। सियासी जानकारों का कहना था कि जर्जर जमानियां को चमकाना किसी चुनौती से कम नहीं था। लेकिन महिला होने के बाद भी विधायक सुनीता ने जमानियां की 99 प्रतिशत सड़कें साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल में चमका दीं। टीबी रोड से लेकर नई बाजार देवैथा मार्ग के साथ ही सैकड़ों की संख्या में सड़कें बनकर तैयार हैं। करीब एक हजार से अधिक करोड़ की परियोजनाओं के पूरा होने पर अब विधायक लगातार लोकार्पण करने में जुटी हुई हैं। सुनीता सिंह कहती है कि हमने कभी अंजाम की परवाह नहीं किया। सिर्फ जमानियां में विकास, विकास और विकास के ही नारे को साकार करके जनता का आशीर्वाद ले रही हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि 2017 की तरह 2022 में जमानियां सहित पूरे प्रदेश में एक बार फिर कमल खिलेगा और योगी जी दोबारा सीएम बनेंगे।