मिर्जापुर (काशीवार्ता)। स्वतंत्रता के 75 वर्ष को आजादी के अमृत महोत्सव के रूप में मनाते हुए कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण वाराणसी (एपीडा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा यह कृषि निर्यात सम्मेलन एवं क्रेता विक्रेता बैठक का आयोजन किया गया। जिसका लाभ मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, गाजीपुर चंदौली के 700 से अधिक किसानों को मिला, जिन्हें कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के माध्यम से आमंत्रित किया गया था, साथ ही देश के अन्य राज्यों से 2,000 से अधिक किसानों/निर्यातकों ने वर्चुअल सहभागिता की। मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय भारत सरकार डॉ0 एम अंन्गामुतुु चेयरमैन एपीडा एवं जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार मौजूद रहे। कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि ने चावल एवं ताजे सब्जी की शिपमेंट कों झंडा दिखाकर रवाना करते हुए किया अतिथियों का स्वागत करते एपीडा डायरेक्टर डॉ तरुण बाजाज ने कहा कि यह हमारे जीवन का गौरवमई छड़ है कि हम स्वतंत्रता के 75 वर्ष को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं इस कार्यक्रम के प्रथम सत्र में हिंदुस्तान के सभी हिस्सों से निर्यातकों की भागीदारी हुई जिससे इस क्षेत्र से कृषि निर्यात को बढ़ावा मिलने की संभावना है।
इस सम्मेलन के दौरान निर्यात को एवं कृषक उत्पादक संगठनों के बीच कृषि उत्पादों के क्रय विक्रय पर भी चर्चा हुई और कुछ सौदे भी हुए। केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि भारत को वाणिज्य मंत्रालय में 400 डालर का निर्यात करने का लक्ष्य निर्धारित किया है इसी क्रम में 2025-26 में 2 ट्रिलियन निर्यात करने का लक्ष्य प्रस्तावित है सिर्फ कृषि निर्यात के लिए 43 डॉलर का लक्ष्य निर्धारित है । उन्होंने कहा कि कृषि निर्यात में वृद्धि न सिर्फ देश में विदेशी मुद्रा ले आएगा बल्कि कृषकों की आय भी दोगुनी करने में सहायक होगा जो हमारे प्रधानमंत्री का सपना भी है उन्होंने सरकार की विभिन्न परियोजनाओं पर भी प्रकाश डाला जो कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद के निर्यात को बढ़ावा देने में सहायता करेगा। एपीडा के प्रयास की सराहना करते हुएउन्होंने कहा कि एपीडा के सार्थक प्रयासों से पूर्वांचल के ही लंगड़ा आम को लंदन बैठे लोगों ने भी पहली बार चखा।
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