बेटियों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई, सीडीएस रावत और पत्नी मधुलिका की अस्थियां गंगा में विसर्जित


शोक में डूबे देश ने  जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। दिल्ली छावनी स्थित बरार स्क्वायर अंत्योष्टि स्थल पर जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी। जिसके बाद दोनों के पार्थिव शरीर पंच तत्व में विलिन हो गए। जनरल रावत की छोटी बेटी तारिणी ने अपनी बड़ी बहन कृतिका के साथ मिलकर माता-पिता के अंतिम संस्कार से जुड़े अनुष्ठान कार्य किए। दोनों का अंतिम संस्कार पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ किया गया। सीडीएस जनरल बिपिन रावत की अस्थियां हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित की गई। 

जनरल रावत और उनकी पत्नीकी अस्थियों को लेकर उनकी दोनों बेटियां कृतिका और तारिणी हरिद्वार के लिए रवाना हुई। बेटियों ने नम आखों से वीआइपी घाट पर गंगा में उनकी अस्थियां विसर्जित कीं। जनरल बिपिन रावत के स्वजन करीब 11 बजे वीआइपी घाट पर पहुंच गए थे। बड़ी संख्या में लोग भी उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए घाट पर पहुंचे। लेकिन उन्हें बाहर ही रोक दिया गया है। यहां तक कि मीडिया कर्मियों के लिए भी बाहर से ही कवरेज की व्यवस्था की गई। अंदर केवल जनरल बिपिन रावत के स्वजन और सेना के अधिकारी ही गए।

लोगों ने सड़कों पर लगाए पोस्टर

प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि देते हुए कई पोस्टर शुक्रवार को दिल्ली में उनके आधिकारिक आवास के समीप सड़कों पर लगाए गए। बड़े-बड़े ये पोस्टर कामराज मार्ग पर और लुटियंस दिल्ली में अन्य सड़कों पर खंभों से लेकर पेड़ों पर लगे देखे गए। पोस्टर परदंपति की तस्वीरें लगी थी और यह नारा लिखा था, ‘‘अमर रहे’’।

गौरतलब है कि तमिलनाडु के कुन्नूर के पास एक एमआई17वी5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से जनरल रावत (63), उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य सैन्यकर्मियों का निधन हो गया था। हेलीकॉप्टर हादसे में बचे एकमात्र व्यक्ति ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु में इलाज चल रहा है। जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर लिद्दर के साथ ही हादसे में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक, लांस नायक बीएस तेजा, हवलदार सतपाल, जूनियर वारंट अफसर दास और जूनियर वारंट अफसर प्रदीप की भी जान चली गई।