गाजीपुर (काशीवार्ता)। जिले में भी वैश्विक महामारी की तीसरी लहर के संक्रमण के कारण मरीजों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि से एक बार फिर जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। इस क्रम में जिलाधिकारी एमपी सिंह ने द एपीडेमिक डिजीज एक्ट के डिजास्टर मैनेजमेन्ट एक्ट 2005 व उत्तर प्रदेश महामारी कोविड-19 विनियमावली-2020 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए कोविड-19 संक्रमित मरीजों, रोगियों के इलाज व संक्रमण को रोकने के लिए विकास भवन स्थित इण्टीग्रेटेड कन्ट्रोल कमाण्ड सेन्टर (आईसीसीसी) में बैठक की गयी। उन्होंने निर्देशित किया है कि कोई व्यक्ति में पॉजिटिव केस के लक्षण मिलते हैं, तो उनको हर तरह से सुविधा दी जाय। कोविड मरीज, या उसके परिजन या अन्य किसी भी व्यक्ति का फोन आने पर शिष्टतापूर्ण ढंग से विनम्रतापूर्वक बात की जाय। कॉलर का फोन प्राप्त होने पर विनम्रतापूर्वक अभिवादन किया जाय, उनकी बात को ध्यान पूर्वक सुना जाय और समस्या व परेशानी के मद्देनजर उचित सुझाव बताया जाय। उसे नोट करते हुए
तत्काल सम्बन्धित तैनात अधिकारी अथवा शिफ्ट इन्चार्ज को अवगत कराया जाय। बताया गया कि इण्ट्रीग्रेटेड कन्ट्रोल कमाण्ड सेन्टर (आईसीसीसी) हाल के अन्दर और बाहर सीसीटीवी कैमरा स्थापित है। आईसीसीसी में तैनात सभी अधिकारियों से अपेक्षा है कि व यथा स्थान बैठेंगें और अपना व्यवहार व आचरण ठीक रखेगें। अपने दायित्वों का सम्यक निर्वहन करते रहें। तैनात सभी अधिकारी, कर्मचारी निर्धारित समय पर ड्यूटी पर आना सुनिश्चित करें। सभी अधिकारी व कर्मचारी फेस मास्क अवश्य धारण करें और सेनेटाइजर का प्रयोग करते रहें। आस-पास साफ-सफाई का ध्यान रखा जाय। सभी अधिकारी, कर्मचारी पूर्ण अनुशासन और निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने इसे लेकर अन्य कई सुझाव व दिशा-निर्देश दिया। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, अपरजिलाधिकारी वि.रा., अपर जिलाधिकारी भू.रा., पुलिस अधीक्षक शहरीस एवं ग्रामीण, जिला विकास अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व कोविड-19 से सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।