गाजीपुर (काशीवार्ता)। जिले का बेसिक शिक्षा विभाग इस समय रामभरोसे चल रहा है। विभागीय अधिकारी बीएसए का भी आदेश मानने को तैयार नहीं है। यह हास्यपद वाकया उस समय सामने आया जब मरदह रेपकांड में निर्दोष निलंबित शिक्षक को हाईकोर्ट के आदेश से बहाल करते हुए पदभार ग्रहण कराने का निर्देश दिया गया था। बीएसए ने तत्काल बीईओ मरदह को पत्र लिखकर पदभार ग्रहण करने का आदेश दिया था। 48 घंटे बाद भी बीईओ ने बीएसए के पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस मामले में बहाल शिक्षक राजेश भारती ने बीएसए को शिकायती पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई है। इसको लेकर शिक्षक विद्यालय के बाहर ही घंटों बैठे रहे। शिक्षकों ने बीईओ के इस कार्य की कड़ी आलोचना की है। अभी तक इस मामले में बीएसए की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बीएसए को लिखे पत्र के मुताबिक कंपोजिट विद्यालय के शिक्षक राजेश भारती ने बताया कि उन्हें हाईकोर्ट के आदेश पर बहाल करने का निर्देश मिला था। आपके आदेश पर मैंने बीते शुक्रवार को कंपोजिट विद्यालय मरदह पहुंचे। यहां पर पदभार ग्रहण कराने के लिए बीईओ के समक्ष पेश हुए। मगर उन्होंने पदभार ग्रहण कराने से इंकार कर दिया। इस मामले में उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। जिससे वह और उनका परिवार मानसिक रूप से परेशान हैं। बीईओ हाईकोर्ट के साथ ही बीएसए के आदेश को नजर अंदाज कर रही हैं। यह पत्र रिसीव कराने के बाद शनिवार को शिक्षक कंपोजिट विद्यालय मरदह पहुुंचे। यहां पर उनसे प्रभारी हेडमास्टर उपेंद्र गौड़ से मिले। उन्होंने सीधे तौर पर कहा कि जब तक बीईओ निर्देश नहीं देंगी, तब तक वह पदभार ग्रहण नहीं कराएंगे। इसलिए बीईओ से आदेश कराकर ले आइए। इस प्रकरण को लेकर शिक्षकों में तरह तरह की चर्चा होने लगी है। शिक्षकों का कहना है कि बीएसए के आदेश को अगर बीईओ ने ठेंगा दिखाया हो, या निर्देश का पालन करने से इंकार करें तो यह जिले के लिए शर्मनाक स्थिति है। इस मामले में जिलाधिकारी को भी कड़े कदम उठाने चाहिए। वैसे भी जिलाधिकारी को मरदह के संपूर्ण प्रकरण की जानकारी है। उन्हीं के निर्देश के क्रम में विभागीय स्तर पर कार्रवाई हुई। हाईकोर्ट का आदेश अगर अधिकारी नहीं मान रहे हैं तो इसे सीधे सीधे कोर्ट की अवहेलना की दृष्टि से देखा जाना चाहिए। पीड़ित राजेश भारती अब कोर्ट में इस प्रकरण को लेकर जाएंगे। उधर बीएसए हेमंत राव ने बताया कि इस मामले में कार्रवाई की जा रही है। आदेश की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।