उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने चरम पर है। सभी दल प्रचार में अपना दमखम दिखा रहे हैं। हालांकि कोविड-19 प्रोटोकॉल की वजह से राजनीतिक दलों को चुनावी सभा करने की इजाजत नहीं है। यही कारण है कि राजनीतिक दल डिजिटल रैलियों के जरिए मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा ने भी उत्तर प्रदेश में पूरी ताकत झोंक रखी है। खबर के मुताबिक भाजपा के लिए अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उत्तर प्रदेश के दंगल में उतरने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश में वर्चुअल रैली करेंगे।
जानकारी के मुताबिक 31 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर पहली रैली को संबोधित करेंगे। यह रैली वर्चुअल होगी। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस वर्चुअल रैली को 5 जिले शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, सहारनपुर, गौतम बुद्ध नगर में दिखाया जाएगा। इसमें कुल 21 विधानसभा में शामिल होंगी। भाजपा सूत्रों ने बताया कि अगर चुनाव आयोग फिजिकल रैली और रोड शो पर प्रतिबंध को बढ़ाता है तो प्रधानमंत्री इसी तरह की आभासी रैली आगे भी कर सकती है। बताया जा रहा है कि मोदी की इस वर्चुअल रैली के लिए प्रत्येक भाजपा मंडल में एक एलईडी स्क्रीन होगी जहां उनके संबोधन को दिखाया जाएगा।
21 विधानसभाओं को कवर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को 100 स्थानों पर दिखाने की योजना है। प्रति स्थानों पर कम से कम 500 लोगों को कवर किया जाएगा। भाजपा कहीं ना कहीं प्रधानमंत्री की वर्चुअल रैली के जरिए 50,000 से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। भाजपा थिंकटैंक जनता के बीच प्रधानमंत्री की लोकप्रियता का उपयोग करना चाहता है तथा वर्चुअल रैलियों के माध्यम से मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश भी कर रहा है। वर्तमान में देखें तो भाजपा के सभी बड़े नेता जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, राजनाथ सिंह शामिल हैं उत्तर प्रदेश में डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं।